राजा भैया ने की बड़ी मांग
राजा भैया ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, “तिरूपति बालाजी के प्रसाद में बीफ चर्बी और मछली का तेल मिलाया जाना असंख्य हिन्दू श्रद्धालुओं की आस्था के साथ जघन्य अपराध है जो जानबूझकर किया गया है। इसका एक ही स्थाई निदान है, हिन्दू मन्दिरों की शुचिता बनाये रखने के लिये उन्हें अविलंब सरकारी नियंत्रण से मुक्त किया जाना चाहिये।” 1993 में पहली बार विधायक बने राजा भैया
राजा भैया, जिनका पूरा नाम कुंवर रघुराज प्रताप सिंह है,
उत्तर प्रदेश की राजनीति के एक प्रभावशाली और चर्चित नेता हैं। वे 1993 में पहली बार निर्दलीय विधायक के रूप में कुंडा विधानसभा क्षेत्र से चुने गए और लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। राजा भैया ने उत्तर प्रदेश सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों, जैसे कानून एवं कारागार मंत्री, पर कार्य किया है।
2018 में बनाई अपनी पार्टी
2018 में उन्होंने अपनी खुद की पार्टी, जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक), का गठन किया। हालांकि उनका राजनीतिक करियर विवादों से घिरा रहा है, उन पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें हत्या और अपहरण के आरोप भी शामिल थे।