प्रयागराज

Mahakumbh 2025: प्लास्टिक का इस्तेमाल किए बिना और कम प्रदुषण के फ्यूल से ‘ग्रीन’ और ‘क्लीन’ बना महाकुंभ

Mahakumbh 2025: पूरा देश महाकुंभ 2025 के रंग में रंगा है। आम इंसान हो या सिलेब्रिटी सब कम से कम एक दिन के लिए महाकुंभ 2025 में आने का मौका खोज रहे हैं। कुछ बिजनेस ग्रुप इस मौके को आध्यात्मिक संकल्प के तौर पर देख रहे हैं।

प्रयागराजJan 20, 2025 / 09:08 pm

Nishant Kumar

Mahakumbh

Mahakumbh 2025: एक बिजनेस ग्रुप इस्कॉन के साथ मिलकर आध्यात्मिक संकल्प को पूरा कर रहा है। महाकुंभ के मौके पर ना सिर्फ अध्यात्मिक बल्कि ग्रीन एनर्जी और साफ-सुधरे वातारवरण के संकल्प को पूरा करने भी पूरा किया जा रहा है। महाकुंभ मेले में प्रतिदिन 1 लाख लोगों को महाप्रसाद के वितरण का कार्यक्रम पूरी तरह से ग्रीन एंड क्लीन के मंत्र से चल रहा है।

लोकल दुकानदारों से खरीदारी, पूरे प्रयागराज की भागीदारी

महाकुंभ में लाखों लोगों के लिए प्रतिदिन खाना बनाने के लिए सब्जियों की खरीदारी पूरी तरह से लोकल दुकानदारों से की जाती है। हर रोज एक रसोई में 150 क्विंटल सब्जी की खपत होती है। पूरी महाकुंभ सिटी में इस तरह से 3 विशाल रसोई बनाए गए हैं। इस लिहाज से प्रतिदिन लोकल दुकानदारों से 450 क्विंटल सब्जी की खरीदारी होती है। इसे प्रतिदिन सुबह खरीदकर किचन स्थल तक पहुंचाया जाता है।

महाकुंभ 2025: फैक्ट फाइल

ग्रीन फूड-क्लीन फूड

खाना बनाते और परोसते वक्त प्लास्टिक या पॉलिथीन का इस्तेमाल पूरी तरह से वर्जित है। सभी कार्य ऑर्गेनिक तरीके से ही किया जाता है। मिसाल के तौर पर खाना परोसने के लिए पत्ते से बनी थाली का इस्तेमाल किया जाता है और पानी पीने के लिए भी प्लास्टिक के गिलास का इस्तेमाल नहीं किया जाता।

आर्गेनिक बना महाकुंभ

Mahakumbh
खाना जिन पत्तलों में परोसा जाता है उनकी खरीदारी पूरी तरह से लोकल दूकानदारों से की जाती है। रोज 3 लाख से ज्यादा पत्तलों का इस्तेमाल होता है जो पूरी तरह से ऑर्गेनिक होते हैं और इससे निकला कचरा पर्यावरण को किसी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाता। 

ग्रीन गॉल्फ कार्ट कर रही हैं श्रृद्धालुओं की सेवा

बैटरी से चलने वाली अपनी ग्रीन गॉल्फ कार्ट सेवा कुंभ मेला स्थल के सेक्टर 19 में स्थिति इस्कॉन द्वारा स्थापित केंद्र के पास शुरू की है। यहां पर लगी गॉल्फ कार्ट लगातार सेवाएं दे रही है। सुबह 6 बजे से लेकर देर रात तक कार्ट लोगों को तय सीमातक ले जाने का काम करती हैं। मुख्यतः बुजुर्ग और बच्चे इस निशुल्क सेवा का भरपूर लाभ उठा रहे हैं। यह सेवा 9 जनवरी 2025 से शुरू हुई है और 14 फरवरी 2025 तक लगातार उपलब्ध रहेगी।
यह भी पढ़ें

Mahakumbh 2025: श्रद्धालुओं को भोजन, गीता प्रेस की आरती संग्रह और जरुरतमंदो को मिलेगी बैटरी गाड़ी

 

ग्रीन फ्यूल का इस्तेमाल 

खाना बनाने के लिए भी ग्रीन ईंधन का इस्तेमाल होता है। खाना पकाने के लिए एलपीजी गैस के साथ ही गाय के उपलों का इस्तेमाल किया जाता है। प्रतिदिन इस्तेमाल होने वाले हजारों किलो उपले इस्कॉन कि विभिन्न सेंटर्स और लोकल वेंडर्स की तरफ से उपलब्ध कराए जाते हैं।

#Mahakumbh2025 में अब तक

Mahakumbh 2025: कुमार विश्वास के ‘अपने अपने राम’ कार्यक्रम का आज से आगाज

Mahakumbh 2025: प्लास्टिक का इस्तेमाल किए बिना और कम प्रदुषण के फ्यूल से ‘ग्रीन’ और ‘क्लीन’ बना महाकुंभ

जारी हो गया टेंडर, अब करा रहे हैं निरस्तनगर परिषद छपारा के शौचालय निर्माण का मामला

महाकुंभ 2025 : बरेली होकर चलेंगी विशेष ट्रेनें, मिलेगा आसानी से रिजर्वेशन, जाने

मौनी अमावस्या पर हर्षा रिछारिया करेंगी शाही सवारी, भगवा वस्त्र पहन रथ पर बैठेंगी मॉडल

Mahakumbh Fire: मेले में लगी भीषण आग में महिला के जले एक लाख रुपये, कहा-सारा कुछ जल गया

Breaking: महाकुंभ मेले में लगी भीषण आग की लपटों में समाया टेंट सिटी 

Mahakumbh 2025: प्रयागराज पहुंचे राजनाथ सिंह ने सुधांशु त्रिवेदी के साथ लगाई संगम में डुबकी 

महाकुंभ में ब्लास्ट की धमकी, जिले में धारा 163 लागू, इन चीजों पर लगा बैन

Mahakumbh 2025: धर्म ध्वजा के नीचे पुकार के साथ आरंभ हुई नागा दीक्षा, तपस्या के बाद होगा पिंडदान

Hindi News / Prayagraj / Mahakumbh 2025: प्लास्टिक का इस्तेमाल किए बिना और कम प्रदुषण के फ्यूल से ‘ग्रीन’ और ‘क्लीन’ बना महाकुंभ

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.