उनके इस बयान का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है और जमकर वायरल भी हो रहा है। इस वीडियो में पत्रकारों से बातचीत के दौरान हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार में कृषि मंत्री जेपी दलाल कहते है किसान अपने घरों में होते तब भी मरते। उनके इस बयान पर उर्मिला ने निशाना साधा है।
शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर बोला हमला- याद दिलाया शाह और मोदी का ये बड़ा बयान शिवसेना नेता उर्मिला मातोंडकर ने जेपी दलाल के बयान के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है। उर्मिला मातोंडकर ने हरियाणा के मंत्री जेपी दलाल के विवादित बयान वाला वीडियो शेयर कर कहा है, ”जो लोग किसानों को खालिस्तानी और देशद्रोही कहते हैं उनका हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल जी के इस बेहद शर्मनाक और असंवेदनशील बयान पर क्या कहना है?
तीन कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे 200 किसानों की मौत पर सवाल किया गया तो हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल बोले, “ये घर में होते तो भी मरते। यहां नहीं मर रहे हैं क्या? मेरी बात सुन लो लाख दो लाख में से दो सौ छह महीने में नहीं मरते क्या? कोई हार्ट अटैक हो के मर गया, कोई बुखार हो के मर गया।”
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि जब पत्रकार पूछते हैं कि दुर्घटना में दस लोगों के मरने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शोक जाहिर करते हैं, लेकिन किसानों के मामले में ऐसा नहीं करते हैं तो कृषि मंत्री दलाल ने कहा,”ये (किसान) किसी हादसे में नहीं मारे गए हैं।
ये अपनी स्वेच्छा से मरे हैं। मरे हुए के प्रति पूरी पूरी संवेदनाएं हैं।” इस बयान पर कृषि मंत्री जेपी दलाल की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचन हो रही है।
अब अंतरिक्ष में भेजी जाएगी भगवद् गीता और पीएम मोदी की तस्वीर, जानिए क्या है इसके पीछे क्या है मकसद हालांकि इसके बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा, ”मेरे बयान को मीडिया में तोड़मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। लेकिन अगर मेरे बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं उनसे माफी मांगता हूं।”
अब इस बयान को लेकर सियासी हलचल बढ़ गई है। उर्मिला ने सीधा हमला बोलते हुए बीजेपी नेताओं से इस बयान पर जवाब मांगा है।