दूसरी तरफ कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ( Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra ) के करीबी सूत्रों ने इस बात का खंडन किया है, जिसमें सचिन पायलट के खेमे द्वारा यह कहा गया कि प्रियंका गांधी से फोन पर बात करने के तीन घंटे बाद ही सचिन को उप मुख्यमंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया गया।
प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी सूत्रों की माने तो सचिन पायलट चाहते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री ( Chief Minister ) बनाए जाने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की जाए। उन्होंने कहा कि अगर ये वादा नहीं किया जा सकता तो गांधी परिवार ( Gandhi Family ) से मिलने का कोई मतलब नहीं है।
Devendra Fadnavis : महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस की जरूरत नहीं, अंदरुनी कहल से खुद गिरेगी एमवीए सरकार जानकारी के मुताबिक इस मांग के बारे में कांग्रेस नेतृत्व को सूचित किए जाने के बाद ही सचिन पायलट को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य के डिप्टी सीएम पद से मुक्त कर दिया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पायलट ने दो दिन पहले प्रियंका गांधी से बात की थी और उनकी बात तसल्ली के साथ सुनी गई थी।
बातचीत के दौरान जब उन्होंने अपनी शिकायतों पर चर्चा की तो प्रियंका गांधी ने कहा कि वह राहुल गांधी और सोनिया गांधी से बात करेंगी। इसके जवाब में कथित तौर पर सचिन पायलट ने कहा कि जब मेरे खिलाफ सीएम अशोक गहलोत ( CM Ashok Gehlot ) गुट के दबाव में कार्रवाई हो रही है तो कांग्रेस कैसे तालमेल की बात कर सकती है? जानकारी के मुताबिक पायलट ने कहा कि उन्हें यकीन नहीं है कि वह कांग्रेस के आश्वासन पर भरोसा कर सकते हैं।
दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में खालिस्तानी साजिश का बड़ा खुलासा, इसके पीछे ISI का हाथ सूत्रों ने सचिन पायलट के हवाले से कहा कि एक तरफ कांग्रेस दरवाजे खुले रखने की बात करती है और दूसरी तरफ मुझे बर्खास्त कर दिया जाता है। पार्टी की ओर से अयोग्यता नोटिस ( Disqualification Notice ) भेजा जाता है। मुझपर अशोक गहलोत द्वारा लगातार हमला किया जा रहा है।