यह दर्शाता है कि आरएसएस की वर्षों की ट्रेनिंग कैसे आदमी की कमजोर, असुरक्षित और दयनीय सोच तैयार करती है। महिलाएं पुरुषों के स्वामित्व वाली संपत्ति नहीं हैं। आपको बता दें कि इससे पहले दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने खट्टर के इस बयान की निंदा की है।
कश्मीरी युवतियों पर बयान को लेकर फंसे CM खट्टर, मालीवाल ने की FIR दर्ज करने की मांग
स्वाति मालीवाल ने इसको शर्मसार करने वाला बयान बताया। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल खट्टर को अपने बयान पर शर्म आनी चाहिए। यही नहीं मालीवाल ने मुख्यमंत्री पर सड़क छाप रोमियो जैसी भाषा बोलने का भी आरोप लगाया।
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स्वाति मालीवाल ने कहा कि एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीरियों में यह विश्वास जगाने में जुटे हैं कि समूचा देश एकजुट और एक साथ है। वहीं, कुछ एक नालायक मुख्यमंत्री अभद्र भाषा बोलेकर हिंसा भड़काने का काम रहा है। स्वाति ने सीएम खट्टर खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग रखी है।
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गौरतलब है कि सीएम मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को कश्मीरी लड़कियों को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि आर्टिकल 370 के हटने के बाद अब कश्मीरी लड़कियों को शादी के लिए वहां से लाया जा सकता है।
खट्टर ने अपने एक मंत्री ओपी धनखड़ का हवाला देते हुए कहा कि वो कहते थे कि बिहार से बहू लाएंगे, लेकिन आजकल तो लोकर कश्मीर से लड़की लाने की बात कहने लगे हैं।