वहीं कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो ये मुलाकात आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर नहीं बल्कि कुछ बड़ा करने के लिए हुई थी। दरअसल इस मुलाकात के बाद ये कयास तेज हो गए हैं कि प्रशांत किशोर जल्द कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। ऐसा हुआ तो आने वाले समय में बीजेपी के लिए मुश्किल बढ़ सकती है। क्योंकि जब जब उन्होंने बीजेपी को लेकर रणनीति बनाई पार्टी को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। पश्चिम बंगाल के हालिया विधानसभा चुनाव इसका बड़ा उदाहरण है।
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नवजोत सिंह सिद्धू का आप में जाना तय! अब केजरीवाल ने दिया बड़ा संकेत पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को मोदी ब्रांड के आगे जीताकर प्रशांत किशोर एक बार फिर राजनीतिक दलों की पहली पसंद बन चुके हैं। फिर चाहे वो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार हों या फिर कांग्रेस हर कोई प्रशांत के जरिए बीजेपी के विजयी रथ को रोकने की जुगाड़ लगाने में जुटा है।
इस बीच प्रशांत किशोर ने मंगलवार को गांधी परिवार से मुलाकात क्या कि राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म हो गया। किसी ने इसे आगामी चुनाव से जोड़कर देखा तो किसी ने इसे लोकसभा चुनाव से पहले की रणनीति का हिस्सा बताया तो किसी ने पंजाब में चल रही अंदरुनी कलह के नतीजे तक भी इस मुलाकात के मायने निकाले गए।
हालांकि राजनीतिक सूत्रों की मानें तो मंगलवार को प्रशांत किशोर से राहुल गांधी की मुलाकात में सोनिया और प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
पहले ही भी इशारा दे चुके पीके
प्रशांत किशोर पहले भी इस बात का इशारा दे चुके हैं कि वे कुछ बड़ा करना चाहते हैं। दरअसल चुनाव में पार्टियों के लिए रणनीति बनाने का काम से वे खुद के अलग कर चुके हैं। बंगाल चुनाव की जीत के बाद उन्होंने इसकी आधिकारिकी घोषणा भी की थी।
लेकिन इसके साथ ही पीके ने ये भी कहा था कि वे अब कुछ बड़ा करना चाहते हैं। बता दें कि बैठक में हरीश रावत और केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। दरअसल न्यूज एजेंसी एएनआई ने कांग्रेस सूत्रों के हवाले से बताया कि पंजाब कांग्रेस विवाद पर प्रशांत किशोर से चर्चा नहीं हुई। इसके साथ ही ये साफ किया कि शरद पवार का नाम यूपीए अध्यक्ष के तौर पर आगे बढ़ाने को लेकर भी कोई बात नहीं हुई।
कांग्रेस की पार्लियामेंट्री कमेटी में बड़ा फेरबदल
कांग्रेस में पार्लियामेंट्री कमेटी की बैठक से पहले प्रशांत किशोर के साथ मुलाकात के बाद कुछ बड़े बदलावों को लेकर भी संभावनाएं जताई जा रही हैं। लोकसभा को लेकर कांग्रेस के नेता के पद में फिलहाल कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर भी लंबे से इंतजार किया जा रहा है। बड़े नेताओं की नाराजगी के बीच प्रशांत किशोर से मुलाकात कांग्रेस में कुछ बड़ा करने का संकेत भी दे रही है।
मई में ये बोले थे पीके
मई महीने में बंगाल चुनाव के नतीजों के बाद पीके ने कहा था- ‘मैं अभी जो कर रहा हूं उसे जारी रखने की इच्छा नहीं है। मैंने इस क्षेत्र में पर्याप्त काम किया है। अब मेरे लिए ठहरने और जीवन में कुछ अलग करने का समय है। अब मैं इस जगह को छोड़ना चाहता हूं।’
यह भी पढ़ेँः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर हुई BJP के दिग्गजों की मीटिंग, जानिए क्यों साथ आए इतने नेता कांग्रेस को पहले नहीं हुआ फायदा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान पीके और राहुल की मुलाकात कुछ खास रंग नहीं ला पाई थी। 2017 के इस चुनाव में कांग्रेस को कुछ खास फायदा नहीं हुआ था।
अब पांच साल बाद की इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है। हालांकि सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ प्रशांत किशोर की मुलाकात के बाद कांग्रेस की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।