पूर्व सीएम बघेल ने सोशल मीडिया अकाउंट में कई सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लिखा है, आरक्षक के तार पुलिस भर्ती घोटाले से जुड़े होना बताया जा रहा है। सवाल यह है कि क्या यह हत्या है या आत्महत्या? क्या इसमें कोई बड़े खिलाड़ी शामिल हैं? किसी और को बचाने के लिए किसी और की बलि ली जा रही है? इस घोटाले और हत्या की सीबीआई मुयमंत्री को करवानी चाहिए। राजनांदगांव का पुलिस भर्ती घोटाला तो गंभीर मामला दिखता है।
पूर्व सीएम ने एक वीडियो भी साझा किया है। इसके साथ ही लिखा है, आरक्षक अनिल रत्नाकर ने आत्महत्या से पहले अपने हाथ पर जो लिखा है वह इसकी गंभीरता को बताता है।
कर्मचारियों को फंसाया जा रहा है, अधिकारियों को बचाया जा रहा है। अधिकारी सब इन्वॉल्व हैं’ का मतलब साफ़ है, भ्रष्टाचार तो हुआ है। अधिकारियों की भूमिका भी है। अब तो उच्च स्तरीय जांच होना ज़रूरी है।
मृतक आरक्षक से की गई थी पूछताछ, मोबाइल की भी जांच
मिली जानकारी के अनुसार जांच टीम ने भर्ती प्रक्रिया में शामिल रहे विभाग के कुछ अधिकारी, आरक्षक व कम्प्यूटर डाटा ऑपरेटरों से पीटीएस में पूछताछ की है। मृतक अनिल रत्नाकर से भी पूछताछ कर उसके मोबाइल को खंगाला गया है। मृतक अनिल रत्नाकर का पुलिस भर्ती के फिजिकल टेस्ट के दौरान ड्यूटी लगी थी। इसकी वजह से संदेह के आधार पर जांच टीम ने अन्य संदेहियों के साथ मृतक रत्नाकर से भी पूछताछ शुरू की थी। शनिवार को रत्नाकर का शव पेड़ पर लटकी मिली है। CG Political News: कांग्रेस ने पूरी प्रक्रिया पर उठाए सवाल
भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता में पूरी भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठाए हैं। वहीं गड़बड़ी सामने आने के बाद सत्ता पक्ष को भी घेरा जा रहा है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पुलिस प्रशासन भर्ती में गड़बड़ी नहीं रोक पा रही है। शारीरिक दक्षता परीक्षण के दौरान अनियमितता व भेदभाव किया जा रहा है। नापजोख, खेलकूद के इवेंट में अनियमितता नियुक्त अधिकारी व संलग्न कर्मचारियों द्वारा किया गया है। अपात्र अभ्यार्थियों को अनुचित लाभ दिलाया जा रहा है।