ओवैसी ने कहा कि हिंदुओं को सत्ता में लाना 2021 का सेक्युलर अजेंडा है। भारत केवल हिंदुओं का नहीं बल्कि सभी भारतीयों का है। भारत सभी धर्मों के लोगों का है और उनका भी जिनका कोई विश्वास नहीं है। बता दें कि राहुल गांधी के इस बयान के बाद एक बार फिर से हिंदुत्व पर बहस तेज हो गई है। कई संगठन इस बयान को लेकर उनकी आलोचना भी कर रहे हैं।
बता दें कि कांग्रेस हमेशा से ही हिंदुत्व के मुद्दे पर मुखर रही है। हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की किताब पर भी काफी विवाद हुआ था। दरअसल, सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठनों से कर दी थी। इसके बाद हिंदू संगठनों ने उनकी इस किताब पर आपत्ति जताई थी। यही नहीं कुछ अराजक तत्वों ने उनके घर में पथराव और आगजनी भी कर दी। उनकी इस किताब पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी उठी थी, लेकिन कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट का कहना है कि जिसे इस किताब से आपत्ति है वो इसे न खरीदे और न पढ़े।
यह भी पढ़़ें: आम आदमी पार्टी ने गोवा विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के साथ आने से किया इनकार, कहा- हम जनता को नया विकल्प देंगे वहीं आज राहुल गांधी हिंदु और हिंदुत्व को अलग बता दिया है। महंगाई हटाओ रैली में कांग्रेस नेता ने कहा कि हिंदू वह है जो सभी धर्मों का सम्मान करता है, सभी को गले लगाता है और किसी से नहीं डरता। इस दौरान उन्होंने गांधी और गोडसे का भी जिक्र किया, राहुल ने कहा कि महात्मा गांधी हिंदू थे जबकि गोडसे हिंदुत्ववादी। उन्होंने महंगाई के लिए हिंदुत्ववादियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इन्हें हर कीमत पर सत्ता चाहिए।