उन्होंने अपने बयान में कहा कि मार्च के महीने में मैंने सौदेबाजी की राजनीति से इंकार कर दिया था, सौदेबाजी की राजनीति मैं भी कर सकता था। मैंने चुनाव आयोग को आज पत्र लिखा है कि ये चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए।
उन्होंने अपने बयान में कहा है कि बीजेपी को को स्पष्ट लग रहा है कि इस चुनाव के क्या परिणाम आने वाले हैं। 10 नवंबर का इतना डर लग रहा है कि वे फिर से बाजार में चल पड़े हैं कि जो मिल जाए उसे खरीद लो। मुझे कई विधायकों के फोन आए हैं कि बीजेपी उनको फोन कर रही है और ऑफर दे रही है।