ज्योतिषी आनंद ने बताया कि वैदिक ज्योतिष में कर्म के लिए दसवे घर को देखा जाता है। इस घर से नौकरी से लेकर कारोबार की जानकारी मिलती है। इसके अलावा दसवे भाव में जो रायिा होती है, उसका ग्रह कहां पर बैठा है इसको देखने से प्रमोशन आदि की जानकारी मिलती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार कई ग्रह दशम भाव के लिए लाभकारी होते हैं और शुभ फल देते हैं। इनमें सूर्य कार्य क्षेत्र में हमारे लक्ष्य और महत्वाकांक्षा का कारक होता है। मंगल ग्रह हमारी व्यावसायिक आकांक्षा की पूर्ति के लिए ऊर्जा प्रदान करता है और बेहतर प्रयासों के लिए प्रेरित करता है।
बुध से चलता है ये पता बुध ग्रह बुद्धि और ज्ञान का कारक होता है इसलिए बुध के प्रभाव से कार्य क्षेत्र में उन्नति मिलती है। बृहस्पति यानि गुरु की कृपा से नौकरी और व्यवसाय में कई अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं, साथ ही करियर के क्षेत्र में बढ़ोत्तरी होती है। इसके अलावा शनि देव जिन्हें कर्म अधिकारी कहा जाता है। वे हर मनुष्य को उसके कर्म के आधार पर शुभ फल और दंड देते हैं। काल पुरुष राशि चक्र में शनि स्वयं दशम भाव के स्वामी हैं। इस वजह से शनि देव कर्म और कार्य क्षेत्र में मनुष्य को अनुशासन, समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए प्रेरित करते हैं।
इसलिए आती है समस्याएं नौकरी में कुंडली में दशम भाव के स्वामी और दशम भाव के पीड़ित रहने से हमारी प्रोफेशनल लाइफ में परेशानियां आती हैं। जब कोई कू्रर ग्रह दशम भाव में स्थित रहकर अशुभ फल देता है तो इसके परिणामस्वरुप नौकरी और व्यवसाय में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जॉब मिलने में देरी, नौकरी से निकाला जाना, पदोन्नति नहीं होना, जॉब को लेकर असंतुष्ट रहना और करियर में तमाम तरह की परेशानी देखनी पड़ती है। जन्म कुंडली के अध्ययन से इस बात का पता लगाया जा सकता है।
नौकरी में प्रमोशन पाने के आसान टोटके – कुंडली में दशम भाव के स्वामी से संबंधित मंत्रों का जप करना चाहिए। – यदि जातक विभिन्न ग्रहों के दुष्प्रभाव से पीड़ित रहता है तो भी नौकरी में परेशानी आती है। इसके निराकरण लिए घर पर नवग्रह हवन या मंदिर में नवग्रह अभिषेक करवाना चाहिए।
– इसके प्रभाव से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। नवग्रह हवन व अभिषेक से राहु-केतु के दोषों से भी मुक्ति मिलती है। – सूर्योदय के समय सूर्य देव को जल चढ़ाएं और गायत्री मंत्र या सूर्य मंत्र का जप करें। ऐसा करने से व्यावसायिक जीवन में तरक्की होती है।
– शनिवार के दिन शनि मंदिर में तेल का दीया जलाने से भी नौकरी में आ रही परेशानियां दूर होती है। शनि मंत्र का जप करने से शनि से संबंधित दुष्प्रभाव कम होते हैं।
– वे लोग जो व्यवसाय करते हैं उनके लिए व्यापार वृद्धि यंत्र एक वरदान है। इस यंत्र को अपने कार्य स्थल या ऑफिस में स्थापित करें। इस यंत्र के सकारात्मक प्रभाव से धन लाभ, संतुष्टि व आर्थिक हानि का संकट दूर होता है।
ये भी देता है जीवन में बड़ा लाभ उत्तर दिशा जल, नीला, काला और बैंगनी रंग का प्रतिनिधित्व करती है। ऐसे में यदि उत्तर दिशा में पानी का कंटेनर, फुव्वारा, एक्वेरियम और विभिन्न रंगों की मछली व अन्य समुद्री जीव रखना, साथ ही उत्तर दिशा में दीवार पर नीला या काला चित्र लगाना प्रोफेशनल लाइफ के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।
इन उपाय से भी मिलता लाभ – हनुमान जी की आराधना करें। – माँ काली की आराधना करें। – शिव जी की पूजा करें – भगवान विष्णु की पूजा करें
– गाय की सेवा करें – पक्षियों को मिश्रित अनाज खिलाएं।