निलंबन पर लगाया रोक
1996 बैच के कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी मोहसिन पर्यवेक्षक के तौर पर ओडिशा में तैनात थे। मोहसिन ने ओडिशा के संबलपुर में प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की जांच की थी, जिसे SPG सुरक्षा प्राप्त लोगों से पेश आने के नियमों का ‘उल्लंघन’ बताया जाता है। गुरुवार को केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण ( central administrative tribunal ) ने उनके निलंबन पर रोक लगाने का फैसला सुनाया है। जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने उनके खिलाफ यह सिफारिशें की।
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विपक्ष ने उठाए थे कार्रवाई पर सवाल
बता दें कि पिछले हफ्ते पीएम मोदी ओडिशा के संबलपुर में एक रैली के लिए पहुंचे थे। मोहसिन ने रैली से पहले उनके हेलीकॉप्टर की जांच की थी। उनके इस कदम पर चुनाव आयोग ने संबलपुर में अपने महापर्यवेक्षक को निलंबित किया था। विपक्षी दलों ने आयोग के इस फैसले पर जमकर विरोध जताया था, और अपनी नाराजगी जाहिर थी। विपक्षी नेताओं की दलील थी कि ऐसा कोई नियम नहीं है, जिसके मुताबिक चुनाव के दौरान किसी को भी चेकिंग से इस तरह की चेकिंग से छूट दी जाए। कांग्रेस ने सीधे पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोहसिन सिर्फ अपनी ड्यूटी कर रहे थे, उन्हें आखिर क्यों हटाया गया। कांग्रेस ने यह तक कहा कि आखिर पीएम मोदी अपने हेलीकॉप्टर में ऐसा क्या लेकर जा रहे थे जो देश से छिपाना चाहते थे।