शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ( Press Conferencing ) के जरिये मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कई निजी अस्पताल बेड की कालाबाजारी कर रहे हैं। ऐसे अस्पतालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले शिकायत करते थे कि बेड नहीं लेकिन ज्यादा कहने पर 20 से 50 हजार की मांग करते थे। उन्होंने कहा ऐसी ही शिकायतों के समाधान के लिए दिल्ली सरकार ने एप लॉन्च ( App Launch ) किया है। हमने एप में सारी जानकारी डाल दी कि कहां बेड खाली हैं और कहां नहीं।
सीएम ने कहा लोग ऐसे टूट पड़े जैसे कि हमने यह जानकारी देकर गड़बड़ी कर दी। आपको बता दें कि कोरोना संक्रमित होने के बाद 80 वर्षीय बुजुर्ग AIIMS सहित कई अस्पतालों का चक्कर काटते रहे। बुजुर्ग ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया, लेकिन याचिका पर सुनवाई से पहले ही गुरुवार को उनकी मौत हो गई।
कई अस्पताल दूसरे दलों से मिले
सीएम केजरीवाल ने आरोप लगाया कि राजधानी के कुछ अस्पताल दूसरे दलों के साथ मिल गए हैं। हालांकि उन्होंने सख्तीभरे लहजे में कहा कि दूसरे दलों से मिलने वाले अस्पताल इस गुमान में ना रहें कि वो बच जाएंगे।
उन्होंने कहा ऐसा बिलकुल ना सोचें कि दूसरी पार्टी का नेता आपको बचा लेगा।
हर अस्पताल के मालिक से पूछताछ
सीएम केजरीवाल ने कहा कि रविवार 6 जून से हम दिल्ली के हर अस्पताल के मालिक को बुला रहे हैं। हर मालिक से बेड को लेकर पूछताछ होगी। सभी निजी अस्पतालों को कहा गया है कि उन्हें 20 सीसी बेड आरक्षित रखने होंगे।
दिल्ली में कोरोना की टेस्टिंग को लेकर भी सीएम केजरीवाल ने बात की। उन्होंने कहा कि कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये दिखाया जा रहा है टेस्टिंग में लापरवाही हो रही है। हमने अब तक 6 लैब पर कार्रवाई कर दी है।
दिल्ली में कोरोना की टेस्टिंग
– 17 कोविड सेंटरों पर दिल्ली में कोरोना टेस्ट करवाया जा सकता है
– 42 लैब दिल्ली में टेस्ट कर रही है
– 6 लैब पर अब तक लापरवाही को लेकर कार्रवाई की जा चुकी है
– सभी सरकारी अस्पतालों में फ्लू क्लिनिक बनाए गए हैं।
अस्पतालों पर होगी कार्रवाई
मुख्यमंत्री के मुताबिक अब हर निजी अस्पताल पर सख्ती से नजर रखी जाएगी। हमारा एक प्रोफेशनल हर अस्पताल में मौजूद रहेगा। ये प्रोफेशनल बताएगा कि अस्पताल में खाली बेड है या नहीं।