मौसम ने जारी कर दिया अब तक का सबसे बड़ा अलर्ट, देश के इतने राज्यों में शीतलहर का मचेगा कहर, टूटेंगे सभी रिकॉर्ड शाह ने यह भी कहा कि मैं दोहराता हूं कि किसी भी अल्पसंख्यक समुदाय के किसी भी व्यक्ति की नागरिकता छीनने का कोई सवाल ही नहीं है। विधेयक में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी से कहना चाहता हूं कि यह नेहरू-लियाकत समझौते का हिस्सा था, लेकिन 70 साल से लागू नहीं हुआ क्योंकि आप वोट बैंक बनाना चाहते थे।
हमारी सरकार ने संधि को लागू किया है और लाखों और करोड़ों लोगों को नागरिकता दी है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन जारी है। उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में भी बड़ी संख्या में लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि नए नागरिकता कानून को वापस लिया जाए। प्रदर्शन के दौरान कई गाड़ियों के शीशे तोड़े गए। पथराव में कुछ पुलिसवाले और प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं।