आचार संहिता नहीं विधायक ने निभाई सदियों पुरानी परंपरा!
वीडियो को लेकर गणेश जोशी ने कहा है कि छठ पूजा के दौरान उन्होंने महिलाओं को 100-100 रुपए के नोट बांटे थे। जोशी ने कहा है कि ये एक परंपरा थी, जिसे मैंने फॉलो किया था, मैंने कोई आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है। आपको बता दें कि राज्य में निकाय चुनाव के चलते आचार संहिता लगी है। गणेश जोशी ने अपनी सफाई में कहा है, ”वीडियो को अगर ध्यान से देखा जाए तो पता चलेगा कि मैंने सिर्फ उन्हीं महिलाओं को पैसे दिए हैं, जिन्होंने मुझे टीका लगाया था, भाई तो अक्सर बहनों के द्वारा टीका करने पर उन्हें पैसे देते हैं, वो सिर्फ एक परंपरा थी, जिसे मैंने निभाया है।”
वायरल वीडियो से आ गए थे विवादों में
आपको बता दें कि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर गणेश जोशी का वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। उस वीडियो में मसूरी से विधायक गणेश जोशी छठ पूजा के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने उनको तिलक लगाया था। इसके बाद गणेश जोशी ने सभी महिलाओं को 100-100 रुपए दिए थे। इस वीडियो को लेकर कांग्रेस ने शिकायत की थी कि ये आचार संहिता का उल्लंघन है। आपको बता दें गणेश जोशी इससे पहले उत्तराखंड में शक्तिमान नाम के घोड़े की पिटाई करने वाले मामले के भी मुख्य आरोपी रहे हैं। उनकी पिटाई की वजह से ही शक्तिमान की जान चली गई थी।
जोशी ने साधा कांग्रेस पर निशाना
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए विधायक ने कहा, ”कांग्रेस को आगामी निकाय चुनावों में अपनी हार साफ नजर आ रही है, इसलिए वह इस मामले में राई का पहाड़ बना रही है। हालांकि अभी चुनाव आयोग से गणेश जोशी को किसी तरह का कोई नोटिस नहीं आया है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में 18 नवंबर को निकाय चुनाव होने हैं।