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कांग्रेस में टूट का डर
इस बीच तेजस्वी यादव को सहयोगी दल कांग्रेस में टूट का डर भी सताने लगा है। यही वजह है कि गुरुवार को बिहार की राजधानी पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक शामिल विधायकों को राजद नेता तेजस्वी यादव ने संबोधित करते हुए विश्वास दिलाया कि सरकार उनकी ही बनने जा रही है। इसके साथ ही तेजस्वी ने अपने विधायकों से अगले एक महीने तक पटना में ही रहने की अपील की है। सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि तेजस्वी यादव को कांग्रेस के कुछ विधायकों के पाला बदलने का डर सता रहा है। ऐसे में वो पूरी चौकसी बरत रहे हैं।
जनादेश महागठंधन के साथ
दरअसल, महागठंधन की सोच है कि अगर राजग सरकार में मंत्रिमंडल को लेकर कुछ गड़बड़ होती है तो वो इसका लाभ उठाएंगे। खासकर अगर एनडीए की सरकार में जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी की पार्टियों को पर्याप्त हिस्सेदारी नहीं मिलती तो। महागठबंधन के विधायकों को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जनादेश महागठंधन के साथ है। उन्होंने नीतीश कुमार पर मतगणना में धांधली करने का आरोप भी लगाया।
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सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने मतगणना में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर बैलेट पेपर की गिनती बाद में कराई गई और अधिकांश मतों को रद्द कर दिया गया। तेजस्वी ने दावा करते हुए कहा कि राजग और महागठबंधन में वोटों का अंतर मात्र 12,270 है, लेकिन 15 सीटें राजग को ज्यादा हैं। यह आंकड़ा ही बताती है कि मतगणना में क्या हुआ है। तेजस्वी ने जनता के मुद्दे उठाते रहने की बात कही और यह भी कहा कि लोगों को धन्यवाद देने के लिए वे जल्द ही ‘धन्यवाद यात्रा’ निकालेंगे। उन्होंने राजग के नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि “राजग द्वारा किए गए वादे अगर जनवरी तक पूरे नहीं होते हैं तो हम महागठबंधन के दल सड़कों पर उतरेंगे।”