पहले चरण में 16 जिलों में सामाजिक समीरकण को देखते हुए बीजेपी ने 27 में से सबसे ज्यादा 16 सीटों पर राजपूत, भूमिहार और ब्राह्मण चेहरे को सियासी मैदान में उतारे हैं। इसके अलावा ओबीसी, दलित और अति पिछड़ों को भी टिकट दिया है। बीजेपी प्रत्याशियों की सूची पर नजर डालें तो सर्वाधिक 7 टिकट राजपूत, 6 भूमिहार और 3 ब्राह्मणों को टिकट देकर पार्टी ने अपने कोर वोट बैंक हमेशा की तरह ख्याल रखा है।
Bihar Election : एलजेपी का अकेले चुनाव लड़ना नीतीश के लिए बड़ी मुसीबत, जानें कैसे? इसके अलावा यादव 3 प्रत्याशियों को भी टिकट देकर बीजेपी ने आरजेडी के परंपरागत वोट बैंक में सेंध लगाने की भी कोशिश की है। तीन अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों को टिकट मिला है। एक आदिवासी, एक वैश्य, एक बिंद, एक दांगी और एक चंद्रवंशी को भी बीजेपी ने टिकट देकर सामाजिक समीरकण के संतुलन बनाने की कोशिश की है। ऐसा कर बीजेपी ने अगड़ों, पिछड़ों, दलितों और अति पिछड़ों को भी सियासी हिस्सेदारी में शामिल होने का मौका दिया है।
27 में 5 महिला उम्मीदवार पहले चरण में 27 प्रत्याशियों की सूची में बीजेपी ने इस बार 5 महिला प्रत्याशियों को भी चुनाव लड़ने का मौका दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी व अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज श्रेयसी सिंह का नाम भी शामिल है। श्रेयसी को जमुई से उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा भभुआ से बीजेपी प्रत्याशी रिंकी रानी पांडेय उपचुनाव में पार्टी की उम्मीदवार बनी थीं। पहले उनके पति वहां से विधायक थे।
Bihar Chunav : नीतीश से चिराग नाराज, चुनाव बाद एलजेपी बीजेपी के साथ बनाएगी सरकार | 3 नए चेहरों को भी मिला मौका इसमें श्रेयसी सिंह के अलावा तरारी से कौशल कुमार सिंह, अतुल कुमार और हरि मांझी को नए चेहरे के रूप में चुनाव लड़ने का मौका दिया है। इनमें कौशल कुमार सिंह रणवीर सेना के मुखिया रह चुके हैं। वह ब्रह्मेश्वर सिंह के गांव के रहने वाले हैं। विक्रम से अतुल कुमार को मौका दिया गया है जो बीजेपी युवा मोर्चा के पदाधिकारी रह चुके हैं। पूर्व सांसद हरि मांझी भी चुनावी मैदान में आ गए हैं। पार्टी ने उन्हें बोधगया सुरक्षित से उम्मीदवार बनाया है। शेष चेहरे जाने पहचाने हैं जो इससे पहले भी विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।