शिवसेना ने सम्पादकीय में लिखा है कि कोरोना वायरस (
coronavirus ) महामारी के कारण राज्य में पर्यटन और होटल उद्योग पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। मुंबई, महाबलेश्वर, लोनावाला-खंडाला और अलीबाग जैसे शहरों के पर्यटन और होटल इंडस्टी से जुड़े कारोबारियों को वैश्विक कोरोना वायरस महामारी के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
जेपी नड्डा : J-K के नए नियमों से शरणार्थियों और कश्मीरी पंडितों को मिलेगा डोमिसाइल का अधिकार सामाना के संपादकीय में कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार ( Uddhav Government ) आर्थिक संकट में है। ऐसे में केंद्र सरकार को सहयोग करने की जिम्मेदारी से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए।
प्रदेश में घाटे में चल रहे पर्यटन उद्योग को पटरी पर लाना और फिर से मजबूत करना मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray ) के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी ( Maha Vikas Aghadi ) सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है। मोदी सरकार की ये नीति कारोबारी लिहाज से सही नहीं है। यह प्रदेश के हितों के खिलाफ है।
सामाना संपादकीय में मोदी सरकार को नोटबंदी ( Demonetization ) के लिए जिम्मेदार ठहराया है। नोटबंदी छोटे और मध्यम स्तर के व्यापारियों के लिए एक बड़ा झटका था। पार्टी ने उम्मीद जताई कि महागठबंधन सरकार की जन हितैषी और पारदर्शी नीतियों के दम पर महाराष्ट्र जल्द ही वर्तमान आर्थिक संकट से बाहर निकल आएगा। वायरस महामारी मॉनसून से पहले समाप्त हो जाएगी और आर्थिक गतिविधियां जल्द ही गति पकड़ लेंगी।