…जब नाराज होकर यमुना में कूद गए थे अटल बिहारी वाजपेयी, जाते-जाते बची थी जान
दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के बीच बनेगी अटल बिहार वाजपेयी की समाधि, केबिनेट की बैठक में फैसला
चलो कहीं फिल्म देखने के चलते हैं
लाल कृष्ण आडवाणी के अनुसार एक बार जब दिल्ली में नयाबांस सीट पर उपचुनाव था। बड़ी मेहनत के साथ चुनाव लड़ गया था, बावजूद इसके हमारी हार हुई। हार का दर्द इतना था कि हम दोनों बुरी तरह कसे खिन्न थे। तभी वाजपेयी बोले, चलो कहीं फिल्म देखने के चलते हैं। इसके बाद हमारे अजमेरी गेट कार्यालय के पास मौजूद पहाड़गंज में थिएटर में हमने फिल्म देखी। हालांकि तब मन में नहीं था कि फिल्म कौन सी लगी थी, लेकिन थियेटर पहुंचकर देखा तो राज कपूर साहब की ‘फिर सुबह होगी’ फिल्म थी।
दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के बीच बनेगी अटल बिहार वाजपेयी की समाधि, केबिनेट की बैठक में फैसला
आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार स्मृति स्थल में किया जाएगा। जबकि उनका समाधि स्थल यमुना के किनारे बनाया जाएगा। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा और अंतिम संस्कार समारोह के मद्देनजर शहर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं।