भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ( BJP National President Amit Shah) ने मीडिया से बातचीत में कहा कि नागरिकता संशोधन कानून ( CAA ) पर विपक्ष दुष्प्रचार और लोगों को गुमराह कर रहा है। गृह मंत्री ने कांग्रेस और विपक्ष से सवाल किया कि क्या ये पार्टियां पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले सभी मुस्लिम लोगों को नागरिकता देने का बयान दे सकती हैं।
जामिया इलाके में भारी बवाल के बाद कैंपस छोड़ने लगे विश्वविद्यालय के छात्र जामिया हिंसा के मामले में गृह मंत्री ने कहा कि पुलिस छात्रों पर नहीं बल्कि दंगा करने वाले लोगों पर कार्रवाई करेगी। सार्वजनिक और जनता की संपत्ति को नुकसान से बचाने की जिम्मेदारी पुलिस की है। जांच में पता चला है कि विश्वविद्यालय में बहुत सारे लोग ऐसे भी थे, जो बाहर से आए थे।
नागरिकता संशोधित कानून (CAA ) विश्वविद्यालयों में हो रहे विरोध प्रदर्शन पर अमित शाह ने कहा कि देश में जो भी विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं वे कांग्रेस के इशारे पर हो रहे हैं। कोई ये बताए कि नागरिकता संशोधन कानून से देश के मुसलमानों को क्या नुकसान हो रहा है? सभी छात्रों को नागरिकता संशोधन कानून का अध्ययन करना चाहिए। हमारी सरकार छात्रों के साथ बातचीत के खिलाफ नहीं है।
जामिया की वीसी नजमा अख्तर बोलीं- पुलिस बगैर परमिशन कैंपस में घुसी, मामले की हो उच्च उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों के दुष्प्रचार के कारण लोगों में भ्रांति बन रही है। नागरिकता संसोधन विधेयक में कहीं पर भी किसी की नागरिकता वापस लेने का प्रावधान नहीं है। इसके तहत नागरिकता पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए छह अल्पसंख्यक समुदायों को मिलेगी। ये लोग धार्मिक रूप से प्रताड़ित होकर भारत आए हैं और भारत में शरण लिए हुए हैं। इनके पास कोई दस्तावेज नहीं है। सालों से ये कष्टपूर्ण जीवन बिता रहे हैं।