8650 फीट की ऊंचाई पर स्थित Z-मोड़
सोनमर्ग और गगनगीर को जोड़ने वाली यह टनल समुद्र तल से 8,650 फीट की ऊंचाई पर बनाई गई है। इसमें आपातकालीन स्थिति के लिए 7.5 मीटर चौड़ा समानांतर रास्ता तैयार किया गया है। यह टनल लद्दाख को 12 महीने सड़क मार्ग से जोड़ने के साथ-साथ देश की रक्षा जरूरतों और क्षेत्रीय विकास में अहम भूमिका निभाएगी।
आधुनिक सुविधाओं से होगी लैस
2700 करोड़ रुपए की लागत से तैयार की गई यह सुरंग आधुनिक सुविधाओं से लैस है। दो लेन वाली सुरंग में आपातकालीन स्थितियों के लिए एक एस्केप टनल भी बनाई गई है। इसके अंदर सीसीटीवी कैमरे और वाई-फाई कनेक्टिविटी जैसी आधुनिक तकनीक है। यह लेह-लद्दाख में रहने वाले लोगों और यात्रियों के लिए भी सफर को बेहद आसान बना देगी।
जानिए टनल के फायदे
यह सुरंग सोनमर्ग को पहलगाम और गुलमर्ग की तरह साल भर स्थानीय लोगों के साथ साथ पर्यटकों के लिए सुलभ बनाएगी। इस टनल ने यात्रा की दूरी भी घटा दी है। राष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर यात्रा की दूरी 49 किमी से घटकर 43 किमी हो जाएगी। पहले वाहनों की धीमी के साथ लंबा जाम भी लगता था। अब वाहनों की गति 30 किमी/घंटा से बढ़कर 70 किमी/घंटा हो जाएगी। इसका सबसे ज्यादा फायदा पर्यटकों और व्यापारियों को होगा।