सोमवार इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सुनवाई के बाद शीर्ष अदालत ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात करने और उन्हें समझाने के लिए तीन सदस्यों को नियुक्त किया था। अब मध्यस्था पैनल के एक सदस्य वकील संजय हेगड़े ( Advocate Sanjay Hegde ) ने कहा है कि हम प्रदर्शनकारियों से बातचीत करके बीच का रास्ता निकालेंगे।
मोहन भागवत ने आंदोलनकारियाें पर कसा तंज, कहा- ‘आज गांधीजी की कल्पना वाला का भारत नहीं है’ अधिवक्ता संजय हेगड़े ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) की वरिष्ठ वकील साधना रामचंद्रन के साथ जल्द शाहीन बाग जाऊंगा। उन्होंने कहा कि हम बीच का रास्ता जरूर निकालेंगे। विरोध का अधिकार और दूसरे लोगों को हो रही दिक्कत में बीच का रास्ता निकालने की कोशिश होगी।
सरकार से बातचीत ही अंतिम विकल्प दूसरी तरफ शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों का मानना है कि अपनी असहमति को लेकर सरकार से बात करना ही अंतिम रास्ता है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे शाहीन बाग से जाने के विचार से विचलित नहीं हैं लेकिन वे पहले सीएए पर सरकार के साथ विस्तृत बातचीत करना चाहते हैं। बाटला हाउस का निवासी शाहीदा खान ने कहा कि चूंकि यह सुप्रीम कोर्ट का फैसला है। इसलिए हम इसे पूरे सम्मान के साथ स्वीकार करेंगे।