scriptएमपी में 4 भाइयों की मौत, एक साथ उठीं चारों की अर्थियां, मां-पत्नी-बेटियों के विलाप से हर आंख नम हुई | Burials of 4 brothers were taken out together in Simri Bais village of Panna | Patrika News
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एमपी में 4 भाइयों की मौत, एक साथ उठीं चारों की अर्थियां, मां-पत्नी-बेटियों के विलाप से हर आंख नम हुई

Panna 4 arthi news मां-पत्नी-बेटियों के विलाप से हर आंख नम हो गई। चारों की अर्थियां भी एक साथ ही उठीं।

पन्नाNov 27, 2024 / 01:19 pm

deepak deewan

Panna 4 arthi news

Panna 4 arthi news

पन्ना के देवेंद्रनगर का सिमरी बैस गांव मंगलवार को करुण क्रंदन से गूंज उठा। गांव के 4 भाइयों की हादसे में मौत हो गई। जैसे ही उनके शव आए, परिजन बिलख उठे। मां-पत्नी-बेटियों के विलाप से हर आंख नम हो गई। चारों की अर्थियां भी एक साथ ही उठीं। रिश्तेदारों सहित आसपास के कई गांवों के लोग परिजनों को ढाढस बंधाने के लिए पहुंचे। अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
मैहर कोतवाली से करीब 8 किमी दूर कटनी मार्ग पर घुसड़ू नदी के पास हुए हादसे में रिश्ते के चार भाइयों की मौत हो गई थी। मृतक दमोदर प्रताप सिंह, शिवराज सिंह, सुखनिधान सिंह चचेरे भाई थे जबकि एक अन्य युवक अरविंद सिंह भी रिश्ते के भाई थे। चारों मृतक अपने अपने घरों के मुखिया थे, परिवार उन्हीं पर आश्रित था।
पता चला है कि हादसा 3 से 4 बजे तड़के हुआ लेकिन पुलिस को सूचना 6.30 बजे के बाद मिली। हादसे के बाद चारों भाई दो-तीन घंटे वहीं पड़े रहे।

कार हाइवे की दो सड़कों के बीच डिवाइडर गैप में गिरी थी। ऐसे में वहां से गुजरने वाले किसी वाहन चालक की नजर भी नहीं पड़ी। सुबह सब्जी लेकर मैहर आ रहे ग्रामीणों ने पलटी कार देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो कार के अंदर कोई जीवित नहीं मिला।
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कार के चारों दरवाजे अंदर से लॉक थे। पुलिस ने शीशे तोड़कर देखा तो चारों लोग लहूलुहान मृत पड़े थे। चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मैहर लाया गया। मृतकों की रिश्तेदारी नादन देहात थाना के हिनौता गांव में हैं। सबसे पहले रिश्तेदार ही सिविल अस्पताल मैहर पहुंचे थे। बाद में सिमरी बैस गांव से भी परिवार के लोग मैहर के अस्पताल पहुंच गए थे।
हादसे की सूचना के बाद सुबह से ही गांव का माहौल गमगीन था। किसी के घर चूल्हा नहीं जला था। परिजनों को ढाढ़स बंधाने रिश्तेदार सहित मोहल्ले और आसपास के गांव के लोग जमा थे। दोपहर में चार शवों को लेकर वाहन पहुंचा तो पूरा गांव शोक में डूब गया। गांव में जब एक ही परिवार के चार सदस्यों की एक साथ अर्थियां उठीं तो वहां मौजूद लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए।
बोला था सुबह तक पहुंच जाएंगे
परिजनों ने बताया, चचेरे भाइयों ने शादी में शामिल होने के बाद देर रात घर पर संपर्क किया था। परिजनों को जानकारी दी थी कि रात को ही हम लोग घर के लिए रवाना हो जाएंगे। साथ ही सुबह तक घर पहुंच जाएंगे। परिवार के लोग सुबह उनके लौटने का इंतजार कर रहे थे कि हादसे की खबर आने से पूरा गांव शोक में डूब गया। पुलिस की सूचना पर परिजन मैहर के लिए रवाना हो गए।
चारों मृतक घर के मुखिया, आश्रित थे परिवार
तीन मृतक दमोदर प्रताप सिंह, शिवराज सिंह, सुखनिधान सिंह आपस में चचेरे भाई थे। अरविंद सिंह भी रिश्तेे में मृतकों का भाई था। चारों मृतक अपने अपने घरों के मुखिया थे। पत्नी और बच्चे उन्हीं पर आश्रित थे।
42 साल के दमोदर प्रताप सिंह पेशे से किसान थे। इनकी तीन बेटियां, एक बेटा है। 45 वर्षीय शिवराज सिंह शराब दुकान में मैनेजर थे। इनका एक बेटा-एक बेटी है। 41 साल के सुखनिधान सिंह शिक्षक थे। इनके दो बेटे है। 45 साल के अरविंद सिंह भी पेशे से किसान थे जिनकी दो बेटियां हैं।
चारों एयर बैग खुले थे फिर भी नहीं बच पाए
कार के चारों एयर बैग खुले थे, इसके बावजूद कोई नहीं बचा। दो लोगों को बाहरी चोट भी ज्यादा नहीं लगी थी। आशंका है हादसे में घायलों को बाहर निकलने व मदद मांगने का मौका ही नहीं मिला। समय रहते किसी की नजर उन पर पड़ जाती तो जान बच सकती थी। तीन लोगों के सिर व एक के पसली में चोट लगी थी।
बता दें कि गोल्ही पाठक के सिमरी बैस निवासी अरविंद के चाचा वीर नारायण सिंह के बेटे की शादी कटनी से थी। सभी भाई शादी में शामिल होने कटनी गए थे। शादी में शामिल होने के बाद लौटते समय कार डिवाइडर से टकराने की वजह से हादसा हो गया।

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