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World Crocodile Day : पर्यावरण संरक्षण का काम करते हैं यहां के साढ़े तीन सौ मगरमच्छ

वर्ल्ड क्रोकोडाइल डे : जवाई बांध में है तीन सौ से अधिक मगरमच्छ, अभी पानी कम होने से सुषुप्तावस्था में

पालीJun 18, 2022 / 12:21 pm

Suresh Hemnani

Crocodile

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World Crocodile Day 2022 : पाली। पश्चिचमी राजस्थान का सबसे बड़ा जवाई बांध पानी की कमी के कारण सूखा पड़ा है, लेकिन इस बांध में रहने वाले साढ़े तीन सौ से अधिक मगरमच्छ पानी के पर्यावरण व शुद्धता को संतुलित रखने का काम करते है। फिलहाल पानी नहीं होने के कारण ये मगरमच्छ सुषुप्तावस्था में है। बारिश नहीं होने के बावजूद ये मगरमच्छ छह माह तक जीवित रह सकते हैं।
दस फीट पानी कम से कम होना चाहिए
जवाई बांध में मार्स क्राॅकोडाइल प्रजाति के मगरमच्छ है, ये मीठे पानी में ही रहते है। इनकी लम्बाई छह से तेरह फीट होती है। इनकी उम्र करीब 70 से अस्सी साल रहती है। हालांकि यह मगरमच्छ बिना पानी के भी चार से छह महीने तक सुषुप्तावस्था में जाकर जीवित रह सकते हैं, विशेषज्ञों की माने तो इनके लिए कम से कम दस फीट पानी रहना चाहिए, लेकिन जवाई बांध में फिलहाल कम नी में ही ये रह रहे हैं, जो इनके साथ सीधा खिलवाड़ है।
अभी डेड स्टोरेज से भी कम पानी
बांध में अभी कम पानी ही है, इसमें से भी पम्पिंग कर रोजाना पानी निकाला जा रहा है। ये साढ़े तीन सौ मगरमच्छ डेड स्टोरेज के पानी में ही रहने को मजबूर है। अब इनको केवल मानसून की आस है।
पानी की गंदगी साफ कर देते है मगरमच्छ
यह सहीं है कि जवाई बांध में रहने वाले करीब साढ़े तीन सौ से अधिक मगरमच्छ है। ये पानी के पर्यावरण को संतुलित करते है। पानी में मृत जीवों का यह भोग कर लेता है, इससे पानी में गंदगी नहीं रहती है। इनका जवाई बांध में होना अच्छा संकेत है। अभी जवाई बांध में पानी नहीं है, लेकिन ये मगरमच्छ बिना पानी के भी सुषुप्तावस्था में जाकर बिना हिले डूले चार से छह माह तक जिंदा रह सकते हैं। जवाई बांध के बीच में पहाड़ों के खड्डों में घुस जाते है, जहां इनकी एनर्जी कम खर्च होती है। – पुष्पेन्द्र सिंह राजपुरोहित, वन संरक्षक, जवाई बांध एरिया, पाली।

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