वैक्सीनेशन सेंटर पर आने वाले लोगों को वैक्सीन लगाने के बाद आधा घंटे बैठना होता है। इसके बावजूद वहां पानी की व्यवस्था नहीं की गई। लोग प्यास से व्याकुल रहे। इसके बाद क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों को फोन लगाकर पानी की व्यवस्था करवाई। कैम्पर भेजे गए तो पानी पीने के लिए गिलास या लोटा नहीं भेजा गया। ऐसे में लोगों को सीधे कैम्पर के नल से ही प्यास बुझानी पड़ी।
वैक्सीनेशन सेंटर पर सोशल डिस्टेंसिंग भी तार-तार रही। वहां वैक्सीन लगाने आए लोग एक-दूसरे से सटकर खड़े रहे, लेकिन किसी ने उनको टोका नहीं। कई लोग तो ऐसे भी थे। जिन्होंने मास्क तक नहीं लगाया।
वैक्सीनेशन सेंटर पर किसी तरह की व्यवस्था नहीं की गई। चिकित्साकर्मी वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद 11 बजे तक ही पसीने व गर्मी से बेहाल हो गए। ऐसी ही स्थिति वैक्सीन लगाने पहुंचे लोगों की रही। –विक्रमपालसिंह, पार्षद
कोविड टीकाकरण के लिए बिना सुविधा देखे ही सेंटर बना दिया गया। अधिकारियों को बार-बार फोन लगाने पर भी ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने फोन रिसीव करना तक बंद कर दिया। –तालिब अली चूड़ीगर, पार्षद