राजस्थान में पानी की कमी रहती है और अक्सर तेज गर्मी में दिन में पौधे पानी की कमी से मुरझा भी जाते हैं। इसके लिए परियोजना में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए प्रत्येक 5-5 किमी पर पानी की टंकियां लगाई जा रही है। इन टंकियों में टैंकरों से पानी भरा जाएगा ताकि ड्रिप से दिनभर पौधों को बूंद-बूंद पानी मिल सके।
अमृतसर-जामनगर भारतमाला परियोजना (Amritsar-Jamnagar Bharatmala Project) के तहत राजस्थान में कुल 636 किमी हाइवे है। यह राजमार्ग प्रदेश में हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जोधपुर, बालोतरा, बाड़मेर, जालोर और सांचौर जिलों से होकर गुजर रहा है।
प्रत्येक 5 किलोमीटर की दूरी पर 5 हजार लीटर की पानी की टंकी स्थापित होगी, जिससे ड्रिप इरिगेशन सिस्टम जुड़ा रहेगा। वहीं जहां पर धरातल समान नहीं होगा वहां ड्रिप को व्यवस्थित रूप से ऑपरेट करने के लिए मोटर भी लगाई जाएगी। राजस्थान के हिस्से में भारतमाला परियोजना में विभिन्न कार्य हो रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ पानी के कम से कम उपयोग में पौधों और झाडिय़ों को पनपाने के लिए ड्रिप इरिगेशन सिस्टम भी स्थापित किया जा रहा है।– जीपीएस चौहान, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, पीआइयू, जोधपुर
अमृतसर-जामनगर परियोजना (Amritsar-Jamnagar Project) के तहत राजस्थान में एक्सेस कंट्रोल्स 6 लेन ग्रीन फील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 754-ए का निर्माण किया जा रहा है। जिसके तहत राजमार्ग के दोनों तरफ 2 लाख 13 हजार 768 व राजमार्ग के बीच में डिवाइडर पोर्शन पर 2 लाख 49 हजार 568 पौधे लगाए जा रहे हैं। इस तरह से इसमें 4 लाख 63 हजार 336 पौधे तो केवल राजस्थान के इस हिस्से में ही लगाए जा रहे हैं।