पुलिस के लगातार प्रयास के बाद भी जिले में साइबर ठगी की घटनाएं हो रही हैं। लोग लालच में आकर गलती करके अपनी पूंजी गंवा रहे हैं। वर्ष 2022 से अब तक जिले में साइबर ठगी की 2,214 प्रकरण हुए हैं। प्रतिदिन तीन से ज्यादा लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं।
पहले आपको आपके ही किसी फ्रेंड का फेक अकाउंट बना कर मैसेंजर पर मैसेज मिलेगा। भेजे गए मैसेज में लिखा होता है, कि देखिए किसकी मौत हो गई। आमतौर पर इस तरह के मैसेज देखकर आम आदमी में जिज्ञासा जाग जाती है। इसमें एक न्यूज आर्टिकल का लिंक भी होता है। इसमें ऐसे किसी व्यक्ति को भी मेंशन कर दिया जाता है, जिसे आप जानते हों।
सोशल मीडिया में अनजान लोगों से दोस्ती करने से बचना चाहिए। हमेशा सिक्योरिटी ऑथंटिकेशन ऑप्शन को ऑन रखना चाहिए। फेसबुक वॉल या मैसेजर में आने वाले लिंकनुमा मैसेज को खोलने से बचना चाहिए। जिस व्यक्ति ने मैसेज भेजा है, उससे तत्काल संपर्क करना चाहिए। यदि यूजर को आईडी हैक होने का अंदेशा है, तो तत्काल पुलिस की मदद लेनी चाहिए। साइबर ठग रोजाना नए-नए पैटर्न ला रहे है। जागरूक रहकर ही साइबर ठगी से बचा जा सकता है।
यशपाल चौधरी, साइबर एक्सपर्ट, पाली