मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की नजर भाजपा के गढ़ पाली पर बनी हुई है। इस कारण मुख्यमंत्री पाली का लगातार दौरा कर रहे हैं। पाली में रात्रि विश्राम और जनसुनवाई कार्यक्रम भी रखा गया है। इससे मुख्यमंत्री गहलोत पाली को साधने का प्रयास करेंगे। वर्तमान में पाली जिले में कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं है। न ही यहां कोई वरिष्ठ कांग्रेस नेता के हाथ में पार्टी की कमान है। इस कारण कांग्रेस का जनाधार लगातार खिसकता रहा है। ऐसे में मुख्यमंत्री यहां पार्टी में जान फूंकने का भी प्रयास करेंगे। ताकि, छह माह बाद होने वाले चुनावों में इसका असर नजर आए।
पाली को संभाग मुख्यालय बनाने समेत कई सौगातें मुख्यमंत्री गहलोत पहले ही दे चुके हैं। पाली-जोधपुर के लिए अहम जेपीएमआई कोरिडोर को गति देने के लिए भी मुख्यमंत्री कोई घोषणा कर सकते हैं। इसके अलावा भी गहलोत पाली के लिए कुछ सौगातें दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर जिले के कांग्रेस नेता भी सक्रिय हो गए हैं। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पाली शहर के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व कांग्रेसजनों की बैठक अध्यक्ष जीवराज बोराणा की अध्यक्षता में हुई। इसमें कार्यक्रम की तैयारियों पर चर्चा की गई। बैठक में पूर्व सभापति केवलचंद गुलेच्छा, महावीरसिंह सुकरलाई, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष प्रकाश सांखला, महामंत्री भंवर राव, सेवादल जिलाध्यक्ष प्रकाश चौधरी समेत पार्टी नेता मौजूद रहे।