मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. इंदरसिंह राठौड़ ने बताया कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य कल्याण केन्द्रों (एचडब्लूसी) का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर किया जाएगा। इसके अलावा उन पर नियमानुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र भी अंकित होगा। इस संबंध में सभी बीसीएमओ को ब्रांडिंग कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करते हुए 31 दिसम्बर तक फोटो को आयुष्मान आरोग्य मंदिर पोर्टल पर अपलोड करवाने के निर्देश दिए गए हैं। जिले में कलर ब्रांडिंग का कार्य तो शुरू भी हो चुका है।
दूर से पहचाने जा सकेंगे चिकित्सा संस्थान
डॉ. राठौड़ ने बताया कि जिले के 370 चिकित्सा संस्थान है, इसमें से 5 शहरी स्वास्थ्य केंद्र, 83 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व 282 उप स्वास्थ्य केन्द्र है, जिनकी कलर ब्रांडिंग करवाई जा रही है। इन चिकित्सा संस्थानों की ब्रांडिंग अलग होने से स्वास्थ्य केन्द्रों को दूर से ही पहचाना जा सकेगा। इससे आम मरीजों को उपचार स्थल तक पहुंचने में आसानी होगी। इसके अलावा एनएचएम का लोगो भी अंकित किया जाएगा। आमजन को जानकारी देने वाले साइन, फ्लैक्स बोर्ड भी बदले जाएंगे।