जिले में 1828 आंगनबाड़ी केन्द्रों में से 1595 केन्द्रों में पेयजल कनेक्शन नहीं है। प्रधानमंत्री जलजीवन मिशन योजना के तहत जलदाय विभाग के जरिए इन केन्द्रों में निशुल्क पेयजल कनेक्शन किए जाने है। लेकिन स्थिति यह है कि जलदाय विभाग के अधिकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से ही पूछ रहे है कि उनके केन्द्र के निकट से पाइप लाइन गुजर रही हैं या नहीं, अगर गुजर रही है तो केन्द्र से कितनी दूरी से गुजर रही है। जैसी जानकारी मांग रहे है। जबकि हकीकत यह है कि अधिकतर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी नहीं है।
पेयजल पाइप लाइन केन्द्र के निकट से गुजर रही है या नहीं आदि जानकारी एकत्रित करने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जुटी हुई है। सभी दस ब्लॉक की जानकारी एकत्रित कर समेकित बाल विकास विभाग की ओर से जलदाय विभाग को सौंपी जाएगी। उसके बाद पेयजल कनेक्शन करने को लेकर जलदाय विभाग अपनी कार्रवाई शुरू करेगा।
केन्द्र के निकट से कहां से पाइप लाइन गुजर रही है यह जानकारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नहीं थी। जलदाय विभाग द्वारा जानकारी मांगी जाने पर कार्यकर्ताओं को इस काम में लगाया। अभी तक तीन ब्लॉक की जानकारी एकत्रित कर जलदाय विभाग को सौंपी है।
– शांता मेघवाल, उपनिदेशक, समेकित बाल विकास विभाग, पाली
आंगनबाड़ी केन्द्रों के निकट से पाइप लाइन गुजर रही है या नहीं इसकी जानकारी मांगी है। वह मिलने के बाद पेयजल कनेक्शन करने की कार्रवाई शुरू कर देंगे।
– गोपेश गर्ग, एसई, पीएचईडी, पाली