इतना ही नहीं, कश्मीर मामले पर ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कंट्रीज ( Organization of Islamic Countries, OIC ) से भी सहयोग न मिलने पर पाकिस्तान ने धमकी दी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ( Pakistan Foreign Minister Shah Mehmood Qureshi ) ने सऊदी अरब के नेतृत्व वाले ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कंट्रीज ( OIC ) को धमकाते हुए कहा है कि वह अपने विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक बुलाने में देरी करना बंद करें। उन्होंने कहा कि इस विषय पर जल्द से जल्द विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाई जाए।
विदेश मामलों के जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से इस तरह का बयान सामने आना एक असामान्य कदम है, क्योंकि सऊदी OIC का नेतृत्व करता है और पाकिस्तान का करीबी सहयोगी है। ऐसे में ये माना जा सकता है कि कश्मीर मामले पर OIC से सहयोग न मिलने पर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।
इमरान खान इस्लामिक देशों की अलग बैठक बुलाने को विवश..
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक लोकल न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में कश्मीर मामले पर कहा ‘मैं एक बार फिर से पूरे सम्मान के साथ इस्लामिक सहयोग संगठन से कहना चाहता हूं कि विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक हमारी अपेक्षा है। अगर आप इसे बुला नहीं सकते हैं तो मैं प्रधानमंत्री इमरान खान ( PM Imran Khan ) से यह कहने के लिए बाध्य हो जाऊंगा कि वह ऐसे इस्लामिक देशों की बैठक बुलाएं, जो कश्मीर के मुद्दे पर हमारे साथ खड़े होने के लिए तैयार हैं और जो कश्मिरियों का साथ देते हैं।’
ट्रंप की मोदी के साथ केमेस्ट्री देखकर बौखलाया पाकिस्तान, OIC में मद्दा उठाया
उन्होंने आगे कहा कि यदि OIC विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक को बुलाने में असफल रहता है, तो हम इस संगठन से बाहर एक सत्र के लिए जाने को विवश होंगे। कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान अब और इंतजार नहीं कर सकता है।
पाकिस्तान सऊदी पर बना रहा है दबाव
आपको बता दें कि 57 मुस्लिम देशों का एक संगठन है जिसे इस्लामिक सहयोग संगठन ( OIC ) कहा जाता है। संयुक्त राष्ट्र के बाद ओआईसी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा संगठन है। ऐसे में पाकिस्तान लगातार इस संगठन पर दबाव बना रहा है कि कश्मीर मामले ( Kashmir Issue ) पर विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाई जाए। हालांकि OIC ने अभी तक कश्मीर मामले पर पाकिस्तान का सीधे-सीधे साथ देने से इनकार करता रहा है।
कुरैशी ने कहा कि सऊदी अरब के अनुरोध पर पाकिस्तान ने खुद को कुआलालंपुर शिखर सम्मेलन ( Kualalumpur Summit ) से अलग कर लिया था, लेकिन अब हम मांग कर रहे हैं कि सऊदी अरब ( Saudi Arabia) कश्मीर मामले पर आगे आए और OIC के विदेश मंत्रियों की बैठक बुलाया जाए। इससे कश्मीर पर भारत को इस्लामिक देशों की ओर से स्पष्ट संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘हमारी अपनी सेंसेटिविटिज हैं। कुरैशी ने कहा कि सऊदी अरब के साथ हमारे अच्छे संबंधों के बावजूद मैं एक अलग रूख ले रहा हूं। पर आपको इसका एहसास करना होगा और खाड़ी देशों को इसे समझना चाहिए।’