पुलिस को खुफिया सूत्रों से मिली थी जानकारी
मारे गए आतंकियों की पहचान रिजवान और इमरान साकी के रूप में की गई है। ये दोनों, तीन सरकारी अधिकारियों को अगवा करने के मामले में वॉन्टेड थे। CTD प्रवक्ता ने बताया कि इसके साथ ही उन पर अमरीकी नागरिक वॉरेन वींनस्टीन को अगवा करने का मामला भी दर्ज था। प्रवक्ता के मुताबिक यह कार्रवाई कुछ विश्वसनीय सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर की गई। पुलिस को सूचना मिली थी कि मौके पर चार से पांच आतंकी मौजूद हैं। ये सभी मुल्तान के एक एजेंसी से जुड़े अधिकारी की हत्या के फिराक में हैं।
सरेंडर करने के बजाय आतंकियों ने की फायरिंग
जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने संदिग्धों को सरेंडर करने को कहा। लेकिन इसके उलट उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस की कार्रवाई में दो आतंकी तो मारे गए, लेकिन तीन फरार हो गए। पुलिस फरार हुए आतंकियों और इस मामले की जांच की रही है।
आतंकियों के खात्मे के लिए 6 पड़ोसी देशों के साथ मिलकर भारतीय सेना करेगी संयुक्त अभ्यास
आतंक के खिलाफ कार्रवाई में पाकिस्तान फेल, FATF की 25 शर्तें पूरी करने में नाकाम
आतंकियों के कब्जे से बरामद हुए विस्फोटक
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इन संदिग्ध आतंकियों ने कुछ समय पहले फैसलाबाद के समुंद्री शहर में एक कैश वैन के साथ भी लूटपाट भी की थी। इस दौरान उन्होंने वैन में मौजूद सभी सुरक्षाबलों की भी हत्या की थी। प्रवक्ता ने आगे बताया कि इन आतंकियों के कब्जे से हथियार, विस्फोटक, डेटोनेटर, नक्शे और कुछ पैसे जब्त किए गए हैं।