ओलंपिक में विनेश ने महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती के फ़ाइनल में जगह पक्की कर ली थी और कम से कम सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था। लेकिन फ़ाइनल मुक़ाबले की सुबह वह वेटइन में फेल हो गईं और उनका वजन तय मानक से 100 ग्राम अधिक पाया गया। जिसके चलते उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया और वे इतिहास रचने से चूक गईं।
इस अब विनेश ने खुलकर बात करते हुए पीटी उषा के बारे में कहा, ‘मुझे नहीं मालूम कि मुझे पेरिस में क्या सपोर्ट मिला, मैं उस समय हॉस्पिटल में थी, मुझे बिना बताए वो फोटो (पीटी उषा ने जो फोटो शेयर किया) शेयर किया। उसमें मेरी हां या ना शामिल नहीं थी।’ विनेश ने आगे कहा, ‘उसके बाद उस फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया गया और दुनिया को यह दिखाया गया कि हम आपके साथ खड़े हैं। ऐसे साथ नहीं होता है।’
विनेश ने कहा, ‘जैसा कि आपने कहा, राजनीति में बंद दरवाजों के पीछे बहुत कुछ होता है। इसी तरह वहां (पेरिस में) भी राजनीति हुई। इसलिए मेरा दिल टूट गया था। वरना काफी लोग कह रहे हैं कि कुश्ती मत छोड़ो। लेकिन मैं किसके लिए खेलूं. हर जगह पॉलिटिक्स है।’
विनेश ने आगे कहा, ‘मैंने अपना मामला खुद दायर किया। हरीश साल्वे सर अगले दिन शामिल हुए। पेरिस में मौजूद वकीलों ने मेरी ओर से यह मामला दायर किया। यह भारत सरकार से नहीं किया गया था, उन्होंने तीसरे पक्ष के रूप में कार्य किया। मैं वहां भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए वहां गई थी, इसलिए इसे दाखिल करना उनका कर्तव्य था।’
बता दे डिसक्वालिफाई होने के एक दिन बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास ले लिया था। उन्होंने हाल ही में राजनीति में कदम रखा है और स्टार पहलवान बजरंग पूनिया के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) में शामिल हुई हैं। विनेश को कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए जुलाना सीट से टिकट दिया है।