भारतीय हॉकी टीम की ताकत
भारत ने छह में से अपने पांच मैच जीते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण पीआर श्रीजेश की स्मार्ट गोलकीपिंग और भारतीय खिलाड़ियों की पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलने का कन्वर्जन रेट है। पहले के मुकाबले भारतीय टीम ने इनमें काफी सुधार किया है।
जर्मनी हॉकी टीम की ताकत
जर्मनी और भारत के बीच मुकाबला अब तक कांटे की टक्कर का रहा है। हर मैच के अंतिम समय तक दोनों टीम लड़ती नजर आईं है। भारत के लिए मंगलवार को जर्मनी के खिलाफ इस महत्वपूर्ण मुकाबले में सबसे बड़ी चुनौती उसके डिफेंस से पार पाना होगा, इसलिए भारतीय मिडफील्डर की भूमिका अहम रहेगी। भारत ने 1980 में मॉस्को ओलंपिक में जीता था आखिरी गोल्ड
बता दें कि भारत ने आखिरी गोल्ड 1980 में मॉस्को ओलंपिक में जीता था। इस बार भारत के पास 44 साल का सूखा खत्म करने का मौका है। अगर भारत सेमीफाइनल जीत जाता है तो उसका सिल्वर पक्का हो जाएगा, जो टीम ने 1960 में रोम ओलंपिक में जीता था। पेरिस ओलंपिक में आज भारत और जर्मनी के बीच मुकाबला भारतीय समयानुसार रात 10:30 बजे शुरू होगा। इस मैच में भारतीय हॉकी टीम को स्टार डिफेंडर अमित रोहिदास की कमी खलेगी। इंटरनेशनल फेडरेशन ने उन पर एक मैच का बैन लगा दिया है।