साइबर अपराधों से बचाव में सरकार की भूमिका
साइबर अपराधों को रोकने में सरकार की विफलता साफ नजर आती है। केवल कानून बनाना पर्याप्त नहीं है; उनके क्रियान्वयन की आवश्यकता है। जमीनी स्तर पर सख्ती और अपराधियों को सजा दिलाने की प्रणाली मजबूत करनी होगी। बड़े अपराधी राजनीतिक पहुंच और गवाहों को धमकाकर बच निकलते हैं।— आशुतोष शर्मा, जयपुर
मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें
सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी से बचने के लिए पासवर्ड मजबूत और अनुमान से परे होने चाहिए। व्यक्तिगत जानकारी, जैसे जन्मतिथि या नाम, का उपयोग पासवर्ड में नहीं करना चाहिए। अनजान संदेशों पर क्लिक करने से भी बचना चाहिए।— निर्मला देवी वशिष्ठ, राजगढ़, अलवर
पासवर्ड बदलते रहें
उपयोगकर्ताओं को नियमित रूप से अपने पासवर्ड बदलने चाहिए और प्रलोभन भरे अपरिचित लिंक तथा विदेशी कॉल से बचना चाहिए। अगर किसी प्रकार की धोखाधड़ी होती है, तो साइबर क्राइम सेल में तुरंत शिकायत दर्ज करनी चाहिए।— प्रकाश भगत, कुचामन सिटी
साइबर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता
साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए आम जनता को साइबर नियमों और एआई आधारित तकनीकों की जानकारी होनी चाहिए। इसके लिए साइबर पुलिसिंग को मजबूत करना और सार्वजनिक मंचों के माध्यम से जागरूकता फैलानी होगी।— विनायक गोयल, रतलाम
अनजान लोगों से सतर्क रहें
किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों पर भरोसा न करें। कोई परेशानी होने पर कानून का सहारा लें और अपने आसपास के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दें। अनजान संपर्कों को अनदेखा करना ही सबसे सुरक्षित उपाय है।— दिलीप शर्मा, भोपाल, मध्य प्रदेश
सावधानी और सतर्कता ही बचाव का उपाय
सोशल मीडिया पर घोटालों में वृद्धि के साथ सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। मैन्युअल लॉग इन, प्राइवेसी सेटिंग्स की नियमित जांच और पहचान चोरी रोकने वाले ऐप्स का उपयोग करना आवश्यक है। एटीएम पिन और पासवर्ड को मोबाइल पर सहेजने से बचें।— डॉ. अजिता शर्मा, उदयपुर