अधिकारी नहीं बना रहे वैकल्पिक व्यवस्था
नगर पालिका अधिकारी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बना पाए हैं। जिससे स्थिति और ज्यादा बिगड़ रही है। लोग निजी बोर से पानी भर रहे हैं। आने वाले दिनों में शहरवासियों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।साइबर खतरों, डिजीटल अरेस्ट, जॉब फ्रॉड व ऑनलाइन ट्रेडिंग के प्रति रहें सतर्क
वॉल खोलने वाला भी कोई नहीं
कर्मचारी हड़ताल में हैं। टंकी में पानी भरने व हर वार्ड में पानी पहुंचाने वॉल खोलने प्रशिक्षित हैं। उनकी हड़ताल से शहर में जल संकट की स्थिति निर्मित हो गई है।पानी के लिए निजी बोर में लग रही भीड़
सुबह शहर के विभिन्न मोहल्लो में पानी के लिए हाहाकर मचा हुआ है। जैसे ही कोई अपना निजी बोर चालू करता है तो पानी भरने लोगों की भीड़ एकत्र हो जाती है। पानी के लिए अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है।वीर मेला देखने जा रहे बाइक सवार युवकों को तेज रफ्तार बस ने मारी टक्कर, दो की मौत, वहीं दूसरी घटना में एक की मौत, 7 घायल
टैंकर से भी पानी की सप्लाई नहीं
नगर पालिका में पानी सप्लाई के लिए टैंकर जरूर है, लेकिन वार्ड में पहुंचाने वाला कोई नहीं है। वार्डवासियों को टैंकर से पानी आने की आस रहती है। टेंकर नहीं आने से मायूस हो रहे है।जब तक मांग पूरी नहीं तब तक आंदोलन
इन दिनों प्लेसमेंट कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों का कहना है कि ठेका प्रथा बंद हो। प्लेसमेंट कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष वीरेंद्र भारती ने कहा कि हम आंदोलन करने मजबूर है। हमारी मांगें जायज हैं।नवनियुक्त अधिकारी कर्मचारी संघ की यह मांग
बुधवार से नगर पालिका के नव नियुक्त अधिकारी कर्मचारी संघ भी अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। इनकी छह सूत्रीय मांग है।नगरीय निकायों में प्रत्येक माह की एक तारीख को वेतन भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से हो।
निकायों में ठेका पद्धति समाप्त करते हुए निकाय के माध्यम से प्लेसमेंट कर्मचारियों को वेतन भुगतान किया जाए।
ओल्ड पेंशन योजना शीघ्र ही लागू की जाए।
सामान्य प्रशासन विभाग एवं वित्त विभाग के आदेश जिस तिथि से जारी हो, उस तिथि से निकायों में भी पूर्णत: लागू किया जाए।
कर्मचारियों के मृत्यु के बाद परिवारजनों को संभाग स्तर में रिक्त पदों पर अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।
नियमित कर्मचारियों को 12 वर्ष की सेवा पूर्ण होने पर चैनल निर्धारित करते हुए संभाग स्तर में रिक्त पद पर पदोन्नति की कार्यवाही शीघ्र ही किया जाए।
कर्मचारियों को छठवें एवं सातवें वेतनमान की एरियर्स राशि का भुगतान की स्वीकृति प्रदान की जाए।