क्या है पूरा मामला बता दें 16 दिसंबर 2015 को सेक्टर-82 नाले के पास हाथ-पैर बंधा एक अज्ञात युवक का शव मिला था। थाना फेज टू पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम के बाद पता चला था कि युवक की हत्या गला दबाकर की गई थी। शिनाख्त न होने की वजह से पुलिस ने युवक के शव का लावारिस में अंतिम संस्कार करा दिया। इसी बीच 22दिसंबर 2015 को सलारपुर में रहने वाली कांति देवी ने थाना सेक्टर 39 में शिकायत दी कि उसका पति मिंटू 13 दिसंबर से घर से लापता है। पुलिस ने उसकी शिकायत पर गुमशुदगी दर्ज कर ली।
यह भी देखें : इस शहर में मौसम हुआ सुहावना लेकिन फिर भी परेशान रहे लोग, देखें वीडियो पत्नी लगातार लगाती रही थानों के चक्कर मिंटू उर्फ शिवसरन द्विवेदी कि गुमशुदगी के बारे में उसकी पत्नी कांति लगातार थानो और अधिकारियों का चक्कर लगती रही, बाद में मामला क्राइम ब्रांच पहुंच गया। लेकिन कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस ने मामले में अंतिम रिपोर्ट लगा दी थी। इसके बाद अक्तूबर 2016 में मिंटू के बड़े भाई लालमन द्विवेदी ने गांव से आकर कोर्ट के जरिए थाना-39 में हत्या का मुकदमा दर्ज करवाकर अपनी भाभी कांति और उसकी मां अनुसूइया पर शक जाहिर किया। इसके बाद कोर्ट के दबाव में इस केस कि तफतीश दोबारा शुरू हुई इस बार पुलिस ने फिर से एक- एक करके सभी परिजनों से पूछताछ की लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका।
चचेरे जीजा के साथ पकड़ा एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि एसएचओ अवनीश दीक्षित को मुखबिर से सूचना के आधार पर दो मई 2018 को कांति को सलारपुर में जितेंद्र कुमार शुक्ला नामक व्यक्ति के साथ पकड़ लिया। पूछताछ में कांति ने बताया कि उसके शादी से पहले ही अपने चचेरे जीजा आलोक दीक्षित के साथ अवैध संबंध थे। आलोक सलारपुर में सिक्योरिटी एजेंसी चलाता है। जब उसकी शादी हो गई तो आलोक ने उसे नोएडा बुलवा लिया और सलारपुर में कमरा दिलवा दिया। वहीं, उसके पति मिंटू को अपनी कंपनी में रात की शिफ्ट में सुरक्षा गार्ड की नौकरी दे दी। आरोपी महिला ने बताया कि एक दिन मिंटू ने आलोक और कांति को आपत्तिजनक हालत में देख लिया। जिसके बाद उसने आलोक को थप्पड़ मार दिया।
थप्पड़ का बदला लेने के लिए हत्या अवैध संबंधों में बाधा बनने और थप्पड़ का बदला लेने के लिए कांति ने अपने प्रेमी के साथ हत्या की साजिश रच डाली। प्रेमी अलोक ने अपनी सुरक्षा एजेंसी के प्रबंधक जितेंद्र शुक्ला के साथ मिलकर शराब पीने के बहाने मिंटू को सेक्टर-82 नाले के पास बुलवाया और उसकी हत्या कर दी थी और शव को नाले में ठिकाने लगा दिया था। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।