इस पर प्राधिकरण के उद्यान विभाग ने स्पष्ट कहा कि सेक्टर-58 के पार्क में नमाज पढ़ने की अनुमति न तो मांगी गई है और न ही हमने कभी दी। आगे भी पार्क में नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं जाएगी।
पत्रिका ने उद्यान विभाग के उपनिदेशक महेंद्र प्रकाश से पूछे सवाल तो मिले ये जवाब- सवाल: पार्क में नमाज पढ़ने की 2013 और 2015 में अनुमति मांगी गई तो उस पर प्राधिकरण ने क्या संज्ञान लिया?
उत्तर- नमाज पढ़ रहे लोगों ने प्राधिकरण से कभी भी अनुमति नहीं मांगी। अगर 2013 और 2015 में अनुमति के लिए कोई पत्र दिया भी गया हो तो मुझे उसकी जानकारी नहीं। मैंने 2016 में यहां पद संभाला है।
सवाल- पार्क में नमाज पढ़ने की अनुमति क्यों नहीं दी जा सकती? उत्तर- प्राधिकरण की पॉलिसी के तहत की नमाज में अनुमति नहीं देने की बात कही गई है। कारण, पॉलिसी के मुताबिक पार्क या किसी भी प्राधिकरण की प्रॉपर्टी पर शादी या अन्य कार्यक्रम के लिए ही अनुमति प्रदान की जा सकती है। नमाज के लिए नहीं।
सवाल- क्या पार्क में नियमित रूप से पानी डालने का कार्य किया जा रहा था? उत्तर- शुक्रवार को पार्क में पानी डाला गया है। ये नियमित रूप से ही किया जा रहा है। हालांकि पार्क में जानवर व बच्चों के खेलने के कारण पार्क की घास कुछ जगह पर खराब हो गई है। जिसके लिए ही पानी डाला गया है।
सवाल- आगे क्या करने की योजना है? उत्तर- पार्क के मेंटिनेंस का ध्यान रखा जा रहा है। इसको अच्छा बनाया जाएगा ताकि आसपास के लोगों को सुविधा मिल सके। वहीं पार्क साफ व स्वच्छ होने के चलते इलाके की भी खूबसूरती बढ़ती है।