ATM से ऐसे चुरा लिए 1.17 करोड़ रुपये, राज खुला तो बैंक अधिकारी भी रह गए हैरान एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह के मुताबिक पुुलिस गिरफ्त में आए सूरज, योगेन्द्र, मोहन, शिव कुमार शातिर किस्म के अपराधी हैं। मोहन ने परमा के साथ मिलकर सुनियोजित तरीके से योजना बनाकर सूरज का श्यामू के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनाकर एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में नौकरी की, जो कंपनी सैमसंग को ट्रांसपोर्ट प्रोवाइड करती थी और फिर सूरज उर्फ श्यामू ने नोएडा के फेस-2 स्थित सैमसंग कंपनी से 18 जून को एक कैंटर में मोबाइल और अन्य समान को लोड कर ग्रेटर नोएडा में स्थित वेयर हाउस के लिए के लिए रवाना हुआ, लेकिन वेयर हाउस जाने के स्थान पर वह कैंटर को दूसरी जगह ले गया। जहां योगेन्द्र, मोहन, शिव कुमार, परमा समेत छह लोग पहले से उसका इंतजार कर रहे थे। इन बदमाशों ने कैंटर में मौजूद मोबाइल और अन्य सामान आपस में बांट लिया और पुलिस को गुमराह करने के लिए कुछ मोबाइल पूर्वी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और गुड़गांव में बेच दिए।
सपना चौधरी के डांस के दौरान स्टेज पर चढ़े दो युवकों ने कर दी ऐसी हरकत, वीडियो वायरल इसके बाद कंपनी ने 406 का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मामला दर्ज करते ही जांच के लिए दो टीम बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू की। साथ ही मोहन और सूरज उर्फ श्यामू पर 25 -25 हजार का इनाम भी रखा। पुलिस के अनुसार, आरोपी इतने शातिर थे कि पुलिस को गुमराह करने के लिए कुछ मोबाइल फोन इधर-उधर गिरा दिए, जिन्हें तलाशते हुए पुलिस इधर-उधर भटकती रही। इसी बीच पुलिस सविलांस सेल से सटीक सूचना मिली, जिसके आधार पर चारों आरोपियों को धर दबोचा गया। पुलिस ने इनके कब्जे से 50 लाख कीमत के मोबाइल फोन, टेबलेट, ईयरफोन लीड, फोन बैटरी, चार्जर और 4 चाकू समेत कैंटर बरामद कर लिया। फिलहाल पुलिस गिरोह 3 अन्य आरोपियों को तलाश रही है।
ट्रांसपोर्टर पर भी करवाई एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में ट्रांसपोर्टर पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक ट्रांसपोर्टर पर भी करवाई इसलिए की गई है कि उसने बिना पुलिस वेरिफिकेशन के इन बदमाशों को सिर्फ आधार कार्ड पर नौकरी पर रखा था।