दो हाथी 12 अन्य हाथियों के साथ केरल के परप्पा गांव से भोजन की तलाश में आए थे। दोनों हाथी झुंड से कुछ सौ मीटर की दूरी पर थे और पके हुए कटहल की सुगंध पाकर पुत्तुर तालुक के एक गांव के बाहरी इलाके की ओर बढ़ गए, तभी स्थानीय लोगों ने उन्हें भगाने के लिए पटाखे फोडऩा शुरू कर दिया। हाथी जिस रास्ते से वे आए थे, उस रास्ते से भगाने के बजाय ग्रामीणों ने उन्हें विपरीत दिशा में खदेड़ दिया। इसके कारण हाथी झुंड से अलग हो गए।
वन अधिकारियों के अनुसार, यदि लोग अधिक हस्तक्षेप नहीं करते हैं, तो हाथी अपने झुंड में वापस आ सकते हैं, नदी पार कर सकते हैं और आरक्षित वनों में जा सकते हैं। दक्षिण कन्नड़ जिले के तीन तालुकों के वन अधिकारी सतर्क हैं और उन पर कड़ी नजर रख रहे हैं। लेकिन जिले के इन हिस्सों में भारी बारिश के कारण, वन अधिकारियों के लिए ट्रैकिंग खतरनाक हो गई है।
इस बीच विधायक अशोक कुमार राय और पूर्व विधायक संजीव मतंदूर पर वन विभाग के काम में अनावश्यक रूप से हस्तक्षेप के आरोप लगे हैं। वन विभाग की टीम को उन चीजों के बारे में निर्देश दे रहे हैं, जिनके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इससे काम में अड़चनें पैदा हो रही हैं।