250 कैदियों की क्षमता है पुरानी जेल में
वर्तमान जिला जेल छतरपुर क्षमता से अधिक कैदी हैं। जिला जेल परिसर को 250 कैदियों के लिए तैयार किया गया था, वहां वर्तमान में 492 कैदी हैं। कैदियों की लगातार बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए जेल विभाग ने नया जेल बनाने का फैसला लिया है। नए जेल परिसर में एक हजार कैदियों को रखने की क्षमता के अनुरूप बैरकों का निर्माण किया जाएगा। नए जेल भवन का निर्माण मध्य प्रदेश हाउसिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट बोर्ड कराएगा। जेल परिसर की निगरानी के लिए वॉच टॉवर का निर्माण किया जाएगा। विशेष कैदियों के लिए सेल का निर्माण किया जाएगा। कैदियों के मनोरंजन, योगा-ध्यान के लिए अलग-अलग केंद्र बनाए जाएंगे। जेल में एक सर्वसुविधायुक्त अस्पताल भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही जेल अधिकारी, कर्मचारियों के आवास बनाए जाएंगे। कर्मचारियों के बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्क भी बनेगा।
40 एकड़ और जमीन भी मांगी गई
जेल विभाग ने नए जेल भवन के लिए राजस्व विभाग के साथ मिलकर बगौता मौजा में जगह चिह्नित कर ली है। राजस्व विभाग ने 22 एकड़ जमीन जेल विभाग को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है, मौके पर अधिक सरकारी जमीन मौजूद है। इस कारण जेल विभाग ने 40 एकड़ अतिरिक्त जमीन की मांग के लिए भी कलेक्टर छतरपुर को पत्र लिखा है।
नीलामी राशि से होगा निर्माण
वर्तमना जेल की कीमत 80 करोड़ रुपए आंकी गई है। उप जेल अधीक्षक राम शिरोमणि पांडेय ने बताया कि वर्तमान जेल की संपत्ति की कीमत को 80 करोड़ रुपए आंका गया है। इस जेल परिसर को निजी कंपनियों को लीज पर दे दिया जाएगा। नीलामी में मिलने वाली राशि से नए जेल परिसर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जमीन आवंटित होने के बाद मप्र हाउसिंग बोर्ड नए जेल परिसर का फाइनल डिजाइन तैयार करेगा। इसके बाद वर्तमान जेल परिसर की नीलामी से मिलने वाली राशि से नए जेल परिसर का निर्माण किया जाएगा।