scriptनिशब्द हो गई मां…तो आंसू बोल पड़े…17.50 करोड़ का इंजेक्शन लगा दो साल के बच्चे को, तो बढ़ी जीवन की आस | The mother became speechless...then tears spoke...when an injection worth Rs 17.50 crore was given to a two year old child, his hope of survival increased | Patrika News
बीकानेर

निशब्द हो गई मां…तो आंसू बोल पड़े…17.50 करोड़ का इंजेक्शन लगा दो साल के बच्चे को, तो बढ़ी जीवन की आस

मासूम अर्जुन जांगिड़ की इस दुर्लभ बीमारी की जानकारी अभिभावकों को तब हुई, जब बच्चा 22 माह का हो चुका था। साथ ही जब 17.50 करोड़ का इंजेक्शन लगाने की जरूरत चिकित्सकों ने बताई, तो दो माह के भीतर इतनी बड़ी राशि की व्यवस्था कर पाना शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला सहायक के पद पर कार्यरत उसकी माता पूनम जांगिड़ के लिए नामुमकिन जैसा था।

बीकानेरSep 15, 2024 / 12:08 am

Brijesh Singh

दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर अट्रोपी से जूझ रहे 24 माह के अर्जुन जांगिड़ को शनिवार को अमेरिका से मंगाए गए 17.50 करोड़ रुपए का इंजेक्शन लगा दिया गया। इस दुर्लभ बीमारी में मरीज की 24 माह आयु तक ही ये इंजेक्शन लगाने पर ही जान बचाई जा सकती है। शिक्षा विभाग के शिक्षकों तथा भामाशाहों के सहयोग से अब अर्जुन को एक नया जीवन मिलने की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं।
दो माह पहले ही हुई जानकारी

मासूम अर्जुन जांगिड़ की इस दुर्लभ बीमारी की जानकारी अभिभावकों को तब हुई, जब बच्चा 22 माह का हो चुका था। साथ ही जब 17.50 करोड़ का इंजेक्शन लगाने की जरूरत चिकित्सकों ने बताई, तो दो माह के भीतर इतनी बड़ी राशि की व्यवस्था कर पाना शिक्षा विभाग में प्रयोगशाला सहायक के पद पर कार्यरत उसकी माता पूनम जांगिड़ के लिए नामुमकिन जैसा था। जब विभाग को जानकारी हुई, तो पूरे विभाग के अधिकारी और कर्मचारी इस मासूम की जान बचाने को आगे आ गए।
निदेशक की पहल, भामाशाहों-शिक्षकों व कार्मिकों का सहयोग

माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने यह राशि जुटाने के लिए विभाग स्तर पर सभी कर्मचारियों से अपने वेतन से सहयोग देने की अपील की, तो कई भामाशाहों के साथ शिक्षक संगठन भी आगे आए। परिणाम यह हुआ कि देखते ही देखते 17.50 करोड़ की राशि निर्धारित अवधि से पहले ही इकट्ठी कर ली गई। अमेरिका से इस इंजेक्शन को मंगाने का आर्डर दे दिया गया।
यादगार बन गया यह दिन

14 सितंबर का दिन मासूम अर्जुन और उसके परिवार के लिए वरदान साबित हुआ, जब चिकित्सकों ने 24 माह के अर्जुन को यह इंजेक्शन लगाया। ऐसी ही दुर्लभ बीमारी से ग्रसित पुलिस विभाग में कार्यरत एक एएसआई के पुत्र के लिए भी पुलिस विभाग के कर्मचारियों ने ऐसे ही प्रयास किए थे। इंजेक्शन लगने के बाद अर्जुन के माता पिता इतने खुश हैं कि वे खुद नहीं बोल पा रहे। कृतज्ञता के भाव के साथ खुशी से छलकती उनकी आंखें बोलती हैं। द्वारिकापुरी, जयपुर के उस घर में भी आज खुशियों के दीपक जल रहे हैं, जहां यह बच्चा रहता है।

Hindi News / Bikaner / निशब्द हो गई मां…तो आंसू बोल पड़े…17.50 करोड़ का इंजेक्शन लगा दो साल के बच्चे को, तो बढ़ी जीवन की आस

ट्रेंडिंग वीडियो