परीक्षा में शामिल 3,10,314 में से सभी ने इस परीक्षा में अपनी योग्यता साबित की। बेंगलूरु के हर्ष कार्तिकेय वुतुकुरी ने इंजीनियरिंग में टॉप किया जबकि शहर के ही मनोज सोहन गजुला को दूसरा और अभिनव पी. जे. तीसरे स्थान प्राप्त हुआ।
भौतिक विज्ञान में 9, रसायन विज्ञान में 15, गणित में 15 और जीव विज्ञान में 11 प्रश्न पाठ्यक्रम से बाहर के थे और विषय विशेषज्ञों के राय के आधार पर सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार इन प्रश्नों को मूल्यांकन से बाहर रखा गया। भौतिक विज्ञान और गणित में एक-एक कृपांक अंक दिए गए।
इंजीनियरिंग और अन्य तकनीकी कोर्सेस में दाखिले के लिए 2,74,595, कृषि कोर्सेस के लिए 2,15,965, बीएससी नर्सिंग कोर्सेस के लिए 2,28,058, वेटनरी कोर्सेस के लिए 2,19,887, बी.फार्मा कोर्सेस के लिए 2,78,919, डी.फार्मा कोर्सेस के लिए 2,79,313 एवं प्राकृतिक चिकित्सा और योग कोर्सेस के लिए 2,19,486 विद्यार्थिया ने अपनी योग्यता सिद्ध की।
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनइइटी) रैंकिंग के आधार पर मेडिकल, डेंटल, भारतीय चिकित्सा प्रणाली और होम्योपैथी (नेचुरोपैथी व योग को छोड़कर) पाठ्यक्रमों में दाखिला होगा। आर्किटेक्चर पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए एप्टीट्यूड टेस्ट फॉर आर्किटेक्चर (एनएटीए) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेइइ) के पेपर दो में अर्जित रैंक मान्य होगा।
इस वर्ष 18 और 19 अप्रेल को राज्य के 737 केंद्रो पर आयोजित इस परीक्षा के लिए 3,49,653 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इनमें से 3,10,314 उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए।