ढाई से तीन हजार रुपए पर ढोल का शुल्क मंडल संचालक बताते हैं कि ढोल के हिसाब से अलग-अलग कीमत है। स्थानीय स्तर पर सामान्य ढोल दो हजार से ढाई हजार रुपए तक चार्ज किए जा रहे हैं। जो पूरे आयोजन में बप्पा के विसर्जन स्थान तक ढोल नाद करेंगे। वहीं, रतलाम या झालोद से मंगवाए जाने वाले नासिक ढोल का शुल्क तीन हजार रुपए प्रति ढोल के हिसाब से है। शहर कुछ एक मंडल की ओर से 10-11 तक भी ढोल मंगवाए गए हैं।
https://www.patrika.com/banswara-news/rajasthan-banswara-devotees-went-crazy-for-laddus-during-ganeshotsav-demand-increased-10-times-prices-hike-18989685जिनकी कीमत 30 हजार रुपए से अधिक बताई जा रही है।
ऊंट गाड़ी के लिए 10-11 हजार रुपए तक की डिमांड बड़ी प्रतिमाओं की स्थापना करने वालों के लिए विसर्जन के दिन ऊंट गाड़ी की आवश्यकता रहती है। क्यों कि शहर के भीतरी हिस्से में ट्रैक्टर पर बड़ी प्रतिमाओं को ले जाने में काफी समस्या आती है। ऐसे में ये ऊंट गाड़ी संचालक विसर्जन के लिए 10 से 11 हजार रुपए तक की डिमांड करते नजर आए। तकरीबन 200 ट्रैक्टर बप्पा
की विदाई में शामिल होंगे। ट्रैक्टर संचालक दो से ढाई हाजर रुपए डीजल अलग चार्ज कर रहे हैं। 5 किमी लंबी रहेगी कतार इस विसर्जन यात्रा में प्रतिमाओं की कतार भी काफी लंबी रहेगी। त्र्यंबकेश्वर मंदिर से शुरू होकर गांधी मूर्ति, पीपल चौक, डेगली माता चौक, किशन पोल, नया बस स्टैंड, एसपी सर्किल होते हुए डायलाब पहुंचेगी।
इनका गूंजेगा नाद – ढोल – ताश – नासिक ढोल – बैंड की ध्वनियां नसिक ढोल में इनकी डिमांड – 4 ताश, 7 ढोल, दो मंजीरे और एक घंटा सहित 30 हजार रुपए में शहर में काफी डिमांड देखी जा रही है।