नहर का लेवल बना परेशानी का सबक
खेतों में खडी़ खरीफ की फसल को सही ढंग से पानी नहीं लग रहा है। न ही अच्छी तरह से बिजाई हो पा रही है। जिस कारण काश्तकारों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसानों ने सोमवार को जल संसाधन विभाग को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। इसके बावजूद किसानों की सुनवाई नहीं हुई। लेकिन अधिकारीयों की अनदेखी के कारण बुधवार को 93 मुरब्बों के लगभग दो सौ किसानों द्वारा जीजी माइनर नहर की जी सागर में मिट्टी डालकर नहर को बंद कर अनिश्चितकालीन धरना दिया।किसानों की एएईन व जेईएन से वार्ता रही विफल
सूचना मिलने पर संबंधित विभाग के एएईन रेखा सिंचाई विभाग व जेईएन रचनासिंचाई विभाग व चूनावढ़ नायब तहसीलदार मोहर सिंह मौके पर पहुंचे। चूनावढ़ पुलिस व थाना एसएचओ राजीव रॉयल की मौजूदगी में काश्तकारों के साथ समझौता वार्ता की लेकिन वार्ता विफल रही और संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा गुरुवार को फिर वार्ता की बात कही।