भारी बरसात का असर रात से अनवरत रही बरसात से सुबह साढे़ आठ बजे तक तिरुवल्लूर, चेन्नई, चेंगलपेट, कांचीपुरम जिलों में औसतन दस सेमी बारिश हुई। विभाग के आंकड़ों के अनुसार दिन के वक्त चेन्नई महानगर में आठ सेमी के करीब बारिश हुई। भारी बारिश की वजह से चार जिलों में सड़कों पर नदियां दौड़ीं। वेलचेरी, कोटूरपुरम, ताम्बरम के निकट मूडीचूर समेत निचले इलाके जलप्लावित थे। कच्चे घरों में पानी घुस आया। महानगर में पचास से अधिक पेड़ गिर गए। चार सौ से अधिक जगहों पर जलजमाव था तो छह सब-वे भर गए और आवाजाही के लिए बंद कर दिए गए। ताम्बरम जीएच में पानी घुस आया। महानगर में राहत शिविर स्थापित कर प्रभावितों को उनमें रखा है। राहत व बचाव कार्य में 22 हजार कर्मचारी तैनात हैं जो पूरी तरह हरकत में नजर आए।
परिवहन सेवाएं प्रभावित cyclone fengal की वजह से ट्रेन और विमान सेवाएं प्रभावित रहीं। एयरपोर्ट दिनभर बंद रहा तो ईएमयू सेवाओं को भी रोक दिया गया। एक्सप्रेस सेवाओं की व्यवस्था भी बिगड़ी। हालांकि चेन्नई मेट्रो ऐसे में आवाजाही के लिए वरदान साबित हुई। सड़क पर पानी की वजह से परिवहन ठहर गया। ईसीआर पर एहतियात के तौर पर लोक परिवहन सेवाओं को स्थगित कर दिया गया ताकि जानो-माल का नुकसान नहीं हो। इस बीच समुद्र पूरे यौवन पर दिखा और उठती प्रचंड लहरों से लोगों में खौफ दिखा। तट से सटी मछुआरों की बोट तूफान का स्वागत कर रही थी। मरीना समुद्र तट की सर्विस रोड पर बारिश की वजह से तालाब बन गया जिसे देखने लोग पहुंचे।
कूवम नदी में बाढ़ बारिश से कूवम नदी में हर तरफ से आ रहे पानी को देखते हुए प्रशासन ने तट पर बसे लोगों के लिए अलर्ट जारी कर दिया। बता दें कि कूवम नदी लम्बा मार्ग तय करते हुए समुद्र में मिलती है। इसके तट पर लाखों लोग बसे हैं। कूवम के उफनने की वजह से नोलम्बूर-मदुरावायल मार्ग कट गया है। दिनभर बिजली की आंख-मिचौनी जारी रही। सरकार ने लोगों से रविवार तक अकारण घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है।