उन्होंने कहा, मैं कहूंगा चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेकर पीएम मोदी के इस कदम का विरोध करना चाहिए और उनको ऐसा करने से रोकना चाहिए। ऐसी स्थिति में जब चुनाव अभी तक संपन्न नहीं हुए हैं, देश के प्रधानमंत्री को इस तरह की गतिविधि से बचना चाहिए। तमिलनाडु कांग्रेस अध्यक्ष ने इस संबंध में कहा, हम चुनाव आयोग को पत्र भी लिखेंगे और अगर जरूरत पड़ी, तो सुप्रीम कोर्ट का भी रुख करेंगे, लेकिन किसी भी कीमत पर प्रधानमंत्री को हम ऐसी स्थिति में जब चुनाव आचार संहिता लागू है, इस तरह की इजाजत नहीं दे सकते।
हालांकि यह कोई पहली दफा नहीं है जब प्रधानमंत्री चुनाव खत्म होने के बाद किसी धार्मिक स्थल के दौरे पर जा रहे हों, इससे पहले भी प्रधानमंत्री 2019 का लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद केदारनाथ गए थे, जहां उन्होंने ध्यान भी किया था, लेकिन तब किसी भी विपक्षी दल ने कोई सवाल नहीं उठाया था। मगर इस बार जब पीएम ने सातवें चरण के मतदान से पूर्व ही कन्याकुमारी जाने का ऐलान किया है, तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया है।