किसने मंगवाई, कर रहे पड़ताल
जिला कारागृह के प्रहरी बजरंगलाल ने जंक्शन पुलिस को बताया कि गुरमीत सिंह पुत्र सतपालसिंह बावरी निवासी नई खुंजा के कब्जे से शनिवार शाम को छह पैकेट तम्बाकू, एक पैकेट पान मसाला, एक पैकेट खैनी, आठ पैकेट चूना, तीन पैकेट बीड़ी आदि बरामद किए गए। आरोपी उक्त सामग्री के बंडल जेल में फेंक कर बंदियों तक पहुंचाना चाहता था। पुलिस पड़ताल में जुटी हुई है कि आरोपी किन बंदियों तक यह सामग्री पहुंचाना चाहता था।
सामग्री को लेकर संदेह
जिला कारागृह में जिस सामग्री के बंडल फेंके जाने थे, उसमें नशीली दवा वगैरह होने की सूचना भी पुलिस के आला अफसरों तक थी। मगर जेल प्रशासन ने जो एफआईआर दर्ज कराई है, उसमें ऐसा कुछ भी मिलना नहीं बताया गया है। ऐसे में बंडल से मिली सामग्री को लेकर स्थिति संदेहास्पद हो गई है तथा कई सवाल खड़े हो गए हैं।
सुरक्षा की निरंतर अनदेखी
जिला जेल की बाहरी दीवार इतनी नीची हो गई है कि कोई भी आसानी के साथ बाहर से भीतर कुछ भी फेंक सकता है। इसके बावजूद जिला कारागृह की दीवार की ऊंचाई बढ़ाने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। हालांकि दीवार की ऊंचाई बढ़ाने को अत्यंत जरूरी मानते हुए स्थानीय जेल प्रशासन कई बार मुख्यालय को प्रस्ताव बनाकर भेज चुका है। मगर दीवार निर्माण व उस पर जालियां लगाने के लिए आज तक बजट मंजूर नहीं किया गया है। जिला कारागृह से दो व्यस्त सडक़ें लगती हैं। फोरलेन के अलावा हाउसिंग बोर्ड की तरफ से सडक़ काफी ऊंची हो चुकी है। इस कारण जेल की चारदीवारी की ऊंचाई बहुत कम रह गई है। यह सडक़ें जेल की चारदीवारी के बहुत नजदीक हैं। कारागृह निर्माण के वक्त जेल परिसर की प्रथम चारदीवारी करीब आठ फीट थी। फोरलेन निर्माण के बाद सडक़ की ऊंचाई बढऩे पर जेल की चारदीवारी तीन-चार फीट नीची हो गई।
शतक के करीब
जेल के भीतर सामान फेंकने की घटनाओं से इतर बात करें तो पिछले चार वर्ष में कई अधिकारी व कर्मचारी निलम्बित हो चुके हैं। हालांकि इसकी वजह ऑन रेकॉर्ड तो अनुशासनात्मक कार्रवाई व लापरवाही ही बताई गई। पिस्तौल, नशीला पदार्थ, जर्दा, बीड़ी वगैरह फेंकने के कई मामले पूर्व में पकड़ में भी आ चुके हैं। गत पांच-छह साल के दौरान जेल से अलग-अलग घटनाओं में 100 के करीब मोबाइल फोन जब्त किए जा चुके हैं।