डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 70 फीसदी प्रभावी
बता दें कि स्पुतनिक लाइट को लेकर रूस का दावा है कि यह वैक्सीन लगाए जाने के पहले तीन महीने में कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 70 फीसद तक प्रभावी है। रूस के प्रशासन के अनुसार स्पुतनिक लाइट को लेकर किया गया विश्लेषण 28 हजार प्रतिभागियों से प्राप्त आंकड़ों पर आधारित था। भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के लिए डेल्टा वैरिएंट को काफी हद तक जिम्मेदार माना गया है। ऐसे में भारत में इसका लॉन्च होना कोरोना का खिलाफ जंग में काफी अहम होगा।
दरअसल, सरकार ने अक्टूबर महीने में घरेलू स्तर पर निर्मित रूस की सिंगल डोज वाली कोविड-19 वैक्सीन स्पुतनिक लाइट के निर्यात की इजाजत दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय दवा कंपनी हेटेरो बायोफार्मा लिमिटेड को रूस को स्पुतनिक लाइट की 40 लाख डोज निर्यात करने की अनुमति दी गई थी। इसके साथ ही रूसी राजदूत निकोलाय कुदशेव ने भारत सरकार से स्पुतनिक लाइट के निर्यात की इजाजत देने का आग्रह किया था।
भारत में अगले महीने लॉन्च हो सकती है स्पुतनिक लाइट वैक्सीन, डेल्टा वैरिएंट पर 70 फीसदी प्रभावी
वहीं भारत ने अभी तक इस वैक्सीन को आपातकाल इस्तेमाल की मंजूरी नहीं दी है। बता दें कि भारत के दवा नियामक ने अप्रैल में स्पुतनिक वी के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी थी, जिसका इस्तेमाल भारत में चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान में किया जा रहा है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया ने सितंबर में रूस की स्पुतनिक लाइट वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल की इजाजत दी थी। खास बात यह है कि स्पुतनिक लाइट यह सिंगल डोज वैक्सीन है जिसके बाद दूसरे डोज की जरूरत नहीं होगी।