आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश के नीमच और मंदसौर जिले में बड़े पैमाने पर लहसुन की खेती की जाती है। लेकिन, जिले के किसानों का आरोप है कि, उन्हें लहसुन का सही दाम नहीं मिल रहा है, जिससे चोकानखेड़ा गांव के किसान दिनेश अहीर ने लगभग 1 बीघा के उत्पादन की 40 बोरी लहसुन नाले में बहा दी।
यह भी पढ़ें- हत्या के आरोपियों के घर चला प्रशासन का हथोड़ा, एक दिन पहले आरोपी को निगम ने किया था पद से बर्खास्त
भाव नहीं मिले तो नाले में बहानी पड़ी लेहसुन की 40 बोरियां
किसान का कहना है कि, उसने लगभग 1 बीघा खेत पर लहसुन की खेती की थी और इसके लिए जो लागत उस समय उसने खर्च की थी, आज मिल रहे दाम उस लागत को भी नहीं निकाल पा रहे हैं। हालात ये हैं कि, उन्हें मंडी जाकर लहसुन बेचने के लिए लगने वाला भाड़ा भी महंगा पड़ रहा है। ऐसे में मजबूरन किसान को अपनी पूरी की पूरी लहसुन की फसल ही नाले में बहानी पड़ी। किसान ने ये भी बताया कि. उसने 13 हजार 600 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बीज लगाए थे। नार्मल एक क्विंटल का भाव 5 हजार रुपए होना चाहिए, लेकिन लहसुन 200 रुपये क्विंटल के रेट से खरीदा जा रहा है। ऐसे में बीज की कीमत तो छोड़ो उसकी बुआई में लगाए गए मजदूरों का खर्च तक नहीं निकल रहा है। उन्होंने कहा कि, सरकार को लेहसुन की दर पर कम से कम 5 हजार रुपए क्विंटल का भाव तो दिलाना चाहिए।
यह भी पढ़ें- फिल्म ‘पठान’ का स्टेटस डालने पर दो पक्षों में विवाद, जमकर चले लात-घूंसे
इस गौशाला में मृत गायों के शव खा रही हैं जिंदा गाय, भूख की इंतेहा कया होगी, वीडियो वायरल