ओवैसी ने की फायरिंग की आलोचना
फायरिंग की आलोचना करते हुए ओवैसी ने कहा कि यह सिर्फ फायरिंग नहीं है, बल्कि “जानबूझकर की गई हत्या” है। ओवैसी ने कहा कि हिंसा हुई, तीन मुसलमानों को गोली मार दी गई। हम इसकी निंदा करते हैं। यह गोलीबारी नहीं बल्कि हत्या है। इसमें शामिल अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए और एक मौजूदा उच्च न्यायालय को जांच करनी चाहिए कि यह पूरी तरह से गलत है, वहां अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर निष्पक्षता न बरतने का आरोप लगाया और कहा कि इनकी कार्यशैली लोगों के बीच भय का माहौल पैदा कर रही है। उन्होंने कोर्ट से अपील की कि इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच कराई जाए। संभल में हिंसा की हो निष्पक्ष जांच
ओवैसी ने मांगी की है कि इस घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा ओवैसी ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो। संभल जिले में हालिया हिंसा के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव हुआ, जिसमें फायरिंग हुई और 3 लोग मारे गए। यह घटना राजनीतिक और सामाजिक रूप से संवेदनशील मानी जा रही है।
250-300 साल से भी ज्यादा पुरानी है संभल में मस्जिद
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, संभल में मस्जिद 50-100 साल पुरानी नहीं है, यह 250-300 साल से भी ज्यादा पुरानी है और कोर्ट ने मस्जिद के लोगों की बात सुने बिना ही एकपक्षीय आदेश पारित कर दिया जो गलत है। जब दूसरा सर्वेक्षण किया गया तो कोई जानकारी नहीं दी गई। सर्वेक्षण का वीडियो जो लोग दावा कर रहे हैं कि सार्वजनिक डोमेन में है, उसमें सर्वेक्षण के लिए आए लोगों द्वारा भड़काऊ नारे लगाए गए थे।